कृषि क्षेत्र में नित नये प्रयोग हो रहे हैं. पारम्परिक खेती से इतर नई-नई फ़सलों की खेती की जा रही है. ऐसी खेती हो रही है जिससे लागत कम लगे, परिश्रम कम लगे लेकिन मुनाफ़ा ज़्यादा हो. विज्ञान और प्रौद्योगिकी (Science and Technology) ने कृषि काम का पहले के मुक़ाबले अब ज़्यादा सुगम और आसान बना दिया है. नई-मशीनों, नये आइडिया, नये तरकीबों से खेती-बाड़ी का काम आर्थिक दृष्टि से पहले से ज़्यादा फ़ायदेमंद होता जा रहा है. यही वजह है कि न सिर्फ़ किसान बल्कि कई अन्य पेशों से जुड़े लोग भी खेती-किसानी के काम में हाथ आज़मा रहे हैं और सफल भी हो रहे हैं.
अगर आप भी कृषि से जुड़े काम करते हैं और आपने इस क्षेत्र में कुछ अनोखा कारनामा किया है जिससे बाक़ी किसानों को प्रेरणा मिली हो, अगर आपके विचारों ने कृषि पेशे में नये इनोवेशन किए हैं तो तैयार हो जाइये क्योंकि आप सम्मानित होने वाले हैं. आपकी मेहनत अब दुनिया देखेगी. आपके परिश्रम और आपके योगदान को अब पहचाना जाएगा.
दरअसल भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR- Indian Agricultural Research Institute) अब ऐसे कृषकों को अवॉर्ड देगा जो कृषि क्षेत्र (Agriculture) में लीग से हटके यानि कुछ नया, कुछ अलग काम करते हैं. अगर आपको लगता है कि आपने भी खेती के लिए काम किया है ज़रा हटके तो आप इस सम्मान के हक़दार बनेंगे इसके लिए आपको बस पूसा इंस्टिट्यूट के इनोवेटिव किसान अवॉर्ड (Innovative farmer award 2023) और फ़ेलो फ़ार्मर अवॉर्ड (fellow farmer award) के लिए आवेदन करना होगा. पूसा संस्थान को देशभर से 25 ऐसे किसानों की तलाश हैं जिन्होंने कृषि से जुड़े पेशों में झंडे गाड़े हों. सिर्फ़ खेती ही नहीं बल्कि पशुपालन, मशीनरी, तक़नीकी काम से जुड़े लोगों को भी अवॉर्ड दिया जाएगा.
ऐसे करें आवेदन
आवेदन करने की पहली शर्त यह है कि आवेदक भारत का निवासी होना चाहिए. आपको बस एक फ़ॉर्म पर अपनी पासपोर्ट साइज़ फ़ोटो लगाकर, अपने काम के बारे में पूरी जानकारी देनी है. आपको बताना होगा कि आप खेती, मशीनरी, पशुपालन, मुर्गी पालन से ज़ुड़ा काम कैसे कर रहे हैं. कितना लाभ हो रहा है. क्या कारण हैं जिससे आपको यह अवॉर्ड मिलना चाहिए... वग़ैरह-वग़ैरह. आप जो काम कर रहे हैं उसका भविष्य क्या है, भविष्य में इसमें क्या लागत और मुनाफ़ा होगा ये भी लिखना न भूलें. फिर पशुपालन, कृषि या बागवानी अधिकारी से प्रमाणित कराकर भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के संयुक्त निदेशक के पास भेजना होगा. आप कृषि से जुड़े जिस पेशे से जुड़े हैं उसके बारे में अधिकारी द्वारा थोड़ी-बहुत प्रशंसा लिखी होनी चाहिए. ध्यान रहे कि 31 जनवरी तक आपको अपने फ़ॉर्म को संयुक्त निदेशक के पास भेजना है. ये फ़ॉर्म भेजने की अंतिम तारीख़ है. आप अगर चाहें तो फ़ॉर्म को पोस्ट करने के पश्चात भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के संयुक्त निदेशक (प्रसार) की e-mail आईडी- [email protected] पर फ़ॉर्म की कॉपी को स्कैन करके भेज सकते हैं.
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चुने जाने पर ये होगा
पूसा संस्थान द्वारा चुन लिए जाने पर आपको 2 से 3 मार्च 2023 को होने वाले पूसा कृषि विज्ञान सम्मेलन में आमंत्रण द्वारा बुलाया जाएगा जहां आपको लोगों के बीच पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा.
तो अगर आप भी कृषि में हटके काम करने वाले किसान, अगर आपके पास है सफल, अलग और मॉडर्न खेती का नज़रिया तो देर मत करिए, 31 जनवरी से पहले अपने फ़ॉर्म को बताई गई जगह भेज कर ख़ुद की पहचान में चार चांद लगाइए.
भारत सरकार और कृषि संस्थानों का मक़सद है कि इस तरह से इनोवेटिव किसानों का सम्मान कर बाक़ी किसानों को प्रोत्साहित किया जाए, जिससे हमारे देश में कृषि का स्तर सुधरे और इसमें नये नवाचारों का आगमन हो. क्योंकि कृषि में बदलाव आएगा तो हमारे किसानों का कल्याण होगा, देश की खाद्य सुरक्षा की स्थिति अच्छी होगी, क्योंकि देश की आय में कृषि का महत्वपूर्ण हाथ है इसलिए हमारे देश के आर्थिक विकास में भी सहयोग होगा.
उम्मीद है कि आपको हमारी ये जानकारी अच्छी लगी होगा. ऐसी ही ज़रूरी जानकारी के लिए जुड़े रहिए कृषि जागरण के साथ.
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