चीन में कोरोना वायरस (Corona virus) का प्रकोप लगातार जारी है. इस वायरस से चीन में लगभग 1800 लोगों की मौत हो चुकी हैं. यह वायरस दुनियाभर के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. हर राज्य की सरकार लोगों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए संभव प्रयास कर रही हैं, ताकि वह अपने नागरिकों को इसके प्रकोप से बचाकर रख सकें. इसी कड़ी में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India) भी देश के मछली और गोश्त बाजारों में सफाई और स्वास्थ्य को लेकर सक्रिय हो गया है.
FSSAI हुआ सक्रिय
एफ़एसएसएआई का मानना है कि देश के मछली और गोश्त बाजारों की हाइजीन कंडीशन अच्छी नहीं है, लेकिन इनमें सुधार करने का प्रयास जारी है. माना जा रहा है कि चीन में कोरोना वायरस की समस्या मीट और मछली बाजार से हुई है.
हाइजीन रेटिंग स्कीम की शुरुआत
कुछ दिन पहले एफ़एसएसएआई (FSSAI) ने म्यूनिसिपल स्लॉटर हाउसेस का सर्वे किया था, जिसमें देशभर में लगभग 550 गैर-सरकारी स्लॉटर हाउस पाए गए. इन गैर सरकारी स्लॉटर हाउस में थर्ड पार्टी ऑडिट चल रहा था. इसके लिए हाइजीन रेटिंग स्कीम की शुरुआत होगी. एफ़एसएसएआई का पूरा प्रयास रहेगा कि मछली और गोश्त बाजारों में हाइजीन कंडीशन को सुधारा जा सके.
नई खाद्य प्रयोगशालाएं होंगी स्थापित
एफ़एसएसएआई (FSSAI) ने फैसला किया है कि देश में 6 नए शाखा कार्यालय, 4 नए आयात कार्यालय और 2 नई खाद्य प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी. नए शाखा कार्यालय भोपाल, चंडीगढ़, अहमदाबाद, बेंगलुरू, विशाखापटनम और हैदराबाद में खोले जाएंगे, तो वहीं नए आयात कार्यालय अटारी, कांडला, रक्सौल और कृष्णापटनम में खोले जा रहे हैं. इन नए कार्यालयों के स्थान को खाद्य आयात और केंद्रीय लाइसेंसिंग के कार्यभार को ध्यान में रखकर चुना जाएगा.
जानकारी के लिए बता दें कि एफ़एसएसएआई के इस फैसले के बाद नई दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में 4 क्षेत्रीय कार्यालय, 12 शाखा कार्यालय और 6 आयात कार्यालय हो जाएंगे. इसके अलावा कोलकाता, दिल्ली-एनसीआर, मुंबई जेएनपीटी और चेन्नई में 4 राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशालाएं, तो वहीं भारत-पाकिस्तान सीमा पर सनौली और रक्सौल में 2 खाद्य प्रयोगशालाएं हो जाएंगी.
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