प्रसाशन ने किसानों की आय में वृद्धि करने का एक अनूठी पहल की है। खेती को मुनाफे का धंधा बनाने के लिए कृषक समृद्धी य़ोजना शुरु की है। जिसके तहत खेत पर की मेढ़ व खाली ज़मीन पर पौधारोपण वर्ष में प्रति पौधा 15 रुपए एंव दूसरे वर्ष में जीवीत पौधे के मान से प्रति पौधा 10 रुपए प्रोत्साहान राषि दी जाएगी। यदि एक किसान अधिक्तम 5 हज़ार पौधे लगाकर उसे दूसरे साल तक जीवीत रखने में सफल होता है। तो उसे 1.25 लाख रुपए वन विभाग से प्रोत्साहान के रुप में दिए जाएंगे। इसमें किसान किसी भी प्रकार के आवश्यकता अनुसार पौधे लगा सकता है। भविष्य में उस पेड़ का मालिक भी किसान ही होगा। जिससे आय का लाभ उसे ही मिलेगा।
दरअसल सरकार और वन विभाग ने मिलकर यह योजना निकाली सरकार एक ही तीर से कई निशाने साधना चाहती है। भूमि पर पौधा रोपण कर किसानों की आय बढाने के लिए खेती को लाभ का व्यवसाय बनना. फसल नुकसानी होने पर वनपोज से आय का अतिरिक्त स्त्रोत तैयार करना जिससे किसानों का अतिरिक्त बोझ कम हो सके वह केवल पारंपरिक फसलों पर ही निर्भर ना रहे. निज़ी क्षेत्र में बढावा देकर शासकिय वनों पर दबाव कम करना हरियाली को बढावा देना
जिसमें वन विभाग पूर्ण रुप से किसान की सहायता करेगा। उसे जरुरी हर सामान उपल्बध कराया जाएगा। कोई भी किसान जिसके खेत पर जगह हो या कोई निज़ी जगह ही क्यों ना हो। वह इस योजना का लाभ उठा सकता है।
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