देश में खेती को लेकर रोज नए-नए प्रयोग किए जा रहे है. ऐसा ही एक प्रयोग अब छत्तीसगढ़ के कांकेर में किया जा रहा है. अब यहां खेत नहीं बल्कि मुक्तिधाम में नगर पालिका गेंदा और अन्य फूलों की खेती करने जा रही है. इसके लिए आस पास के नालियों के पानी को शुद्ध करने के लिए संयंत्र लगाया जा रहा है और उसका उपयोग करके फूलों की खेती किया जा रहा है. इन फूलों की खेती और बेचने के कार्य का महिला स्व सहायता समूह द्वारा करवाया जाएगा ताकि महिलाओं को रोजगार मिल सकें. यहां पास के मुक्तिधाम में गंदे पानी की सबसे ज्यादा समस्या है. यहां पर गेंदे पानी की निकासी नहीं हो पाती है. पानी को साफ करने का प्लांट भी लगाया गया है जिसके लिए नगर पालिका के द्वारा 40 मीटर नाली का निर्माण कराते समय शेल्टर टैंक को भी बनया गया है जहां पर गंदा पानी आकर जमा होगा.
साफ पानी के सहारे होगी खेती
इस मुक्तिधाम में बनी हुई नाली में ग्रीट चैंबर लगाया गया है, इसका फायदा यह है कि चैंबर में ही पॉलिथीन समेत गंदगी अंदर रूक जाएगी और केवल पानी की ही निकासी होगी. इसके बाद पानी आगे बढ़ेगा जहां पर काना पौधे लगाया गए है. इन काना पौधों की सबसे खास बात यह होती है कि यह पानी के अंदर व्याप्त गंदगी को सोख लेता है जिसके बाद पानी साफ होकर आगे बढ़ जाता है. इसी पानी से फूलों की खेती का कार्य भी किया जाएगा. इसके लिए दो माह पहले कार्य शुरू हुआ था और वर्तमान में 70 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है. आने वाले एक महीने के अंदर यह कार्य पूरा होगा और फूलों की खेती का कार्य मुक्तिधाम में शुरू होगा. इस कार्य के लिए एनजीओ ने फंडिग भी करना शुरू कर दिया है. गंदे पानी को साफ करने के लिए मुक्तिधाम में ही फिल्टर प्लांट लगाया जा रहा है.
अन्य नदी तालाबों में भी चेंबर लगाने की योजना
नगर पालिका का कहना है कि गंदे पानी को साफ करके मुक्तिधाम में खाली पड़ी हुई भूमि पर एक एकड़ भूमि पर गेंदा फूल की खेती का कार्य किया जाएगा. नाली के पानी को तकनीक से शुद्ध करके सिंचाई की जाएगी. अगले एक महीने में इस कार्य को पूरा कर दिया जाएगा. इसके साथ ही तालाब को साफ रखने हेतु ग्रीट चेंबर को लगाने की योजना है.
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