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FIFA World Cup Impact: कतर ने भारतीय सी-फूड के आयात पर लगाया प्रतिबंध, जांच के दौरान खेप में पाया गया माइक्रोबियल

समाचार एजेंसी के अनुसार दोहा को भारत से निर्यात किए गए सी-फूड शिपमेंट में हानिकारक बैक्टीरिया पाए गए हैं. भारतीय निर्यातक संघ कतर के अधिकारियों के साथ इस संबध पर लगातार चर्चा कर रहा है.

मनीष कुमार
कतर सरकार के खाद्य मंत्रालय की प्रयोगशालाओं में  जांच के परिणामों के अनुसार, भारत से आयातित समुद्री खाद्य सामग्री दूषित है. (प्रतीकात्मक फोटो-सोशल मीडिया)
कतर सरकार के खाद्य मंत्रालय की प्रयोगशालाओं में जांच के परिणामों के अनुसार, भारत से आयातित समुद्री खाद्य सामग्री दूषित है. (प्रतीकात्मक फोटो-सोशल मीडिया)

भारत से निर्यात की गईं कुछ सी-फूड शिपमेंट में कतर की लैब में खामियां मिली हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार आयातित सी-फूड में माइक्रोबियल संदूषण मिले हैं. इस पर खाड़ी देश की सरकार ने भारत से आने वाले सी-फूड पर तुरंत प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है.

समुद्री उत्पाद निर्यातक विकास प्राधिकरण (एमपीईडीए) के अधिकारियों ने कतर में सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ इस मुद्दे को उठाया है. भारतीय निर्यातक संघ इस प्रतिबंध को हटाने की मांग कर रहा है. 

ये है पूरा मामला

देश से मध्य-पूर्वी देशों को बहुत सारी सामग्री का निर्यात करता है, सी-फूड उन्हीं में से एक है. हाल ही में कतर के जन स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत से आयात किए गए ताजा और जमे हुए भारतीय झींगा के सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया है. मंत्रालय की खाद्य प्रयोगशालाओं में विश्लेषण के परिणामों के अनुसार, आयातित समुद्री खाद्य सामग्री दूषित हैं. 

समुद्री उत्पाद निर्यातक विकास प्राधिकरण (एमपीईडीए) के अधिकारियों ने कतर में सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ इस मुद्दे को उठाया है. भारतीय निर्यातक संघ इस प्रतिबंध को हटाने की मांग कर रहा है. माना जा रहा है कि इस प्रतिबंध के पीछे देश के फुटबॉल के महाकुंभ फीफा वर्ल्ड है. दुनिया भर के दर्शक और खिलाड़ी कतर आएंगे. ऐसे में कतर अपने देश की किरकरी नहीं कराना चाहता है.

कतर की सरकार ने यह प्रतिबंध वर्ष 2017 में मंत्रिस्तरीय संकल्प संख्या 3 द्वारा जारी खाद्य सुरक्षा समिति की सिफारिशों के तहत आया है.अधिकारियों के अनुसार, मंत्रालय ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि यदि उन्होंने पिछले तीन दिनों के दौरान ताजा और जमे हुए भारतीय झींगा खरीदे हैं तो उन्हें तुरंत आउटलेट पर वापस कर देना चाहिए और यदि वे नहीं कर सकते हैं, तो झींगा का सेवन नहीं किया जाना चाहिए.

मंत्रालय ने यह भी अपील की है कि अगर उन्होंने इस तरह के झींगे का सेवन किया है और आंतों में गैस्ट्रो संक्रमण महसुस किया है, तो उपभोक्ता को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाना चाहिए. इससे पहले चीन भी भारत के समुद्री उत्पादों पर प्रतिबंध लगा चुका है.

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पिछले महीने बांग्लादेशी सी-फूड शिपमेंट कंटेनरों को भेजा था वापस

कतर पोर्ट पर पिछले महीने कई भारतीय झींगों के कंटेनरों को वापस कर दिया था. इसी तरह बांग्लादेशी झींगों के कंटनरों में साल्मोनेला पाए जाने के कारण कतर जाने वाले कंटेनरों को वापस किया गया था. हालांकि भारतीय निर्यातक संघ को कतर को निर्यात किए जाने वाले समुद्री भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं पर सहमत होने की उम्मीद है.

इससे पहले, कतर के अधिकारियों ने 7 अक्टूबर को भारत और बांग्लादेश से ताजा और जमे हुए समुद्री उत्पादों जैसे मछली, झींगा, स्क्विड और सीप के आयात को रोकते हुए अस्थायी प्रतिबंध की घोषणा की थी.

English Summary: FIFA world cup impact Qatar government banned on Indian and Bangladesh sea food import Published on: 17 November 2022, 06:42 PM IST

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