जैसा कि आप जानते हैं कि देशभर में रबी फसलों की बुवाई करीब-करीब पूरी हो चुकी है. इसके बाद अब किसान भाई फसलों से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए फसलों में पोषण प्रबंधन के काम में जुट गए हैं. लेकिन कहीं न कहीं किसानों को यह डर सता रहा है कि खेती के लिए क्या सरकार के पास प्राप्त मात्रा में उर्वरक मौजूद है.
किसानों की इसी चिंता को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने कहा है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है देश में रबी फसलों की खेती के लिए उर्वरकों की कोई कमी नहीं है. इसके लिए सरकार के पास प्राप्त मात्रा में उर्वरक का भंडार है.
राज्य सरकार कराएगी उर्वरकों का सही वितरण
भारत सरकार का यह भी कहना है कि देशभर के किसानों के लिए सरकार ने 92.54 लाख टन से भी कहीं अधिक उर्वरक मुहैया करवाए हैं. इसे सही तरीके से किसानों के हाथों में पहुँचाने के लिए राज्य सरकार की जिम्मेदारी है. वो सुनिश्चित करें की अपने राज्य के सभी जिलों में उर्वरक का वितरण प्रणाली सही तरह से हो सके. इसके लिए वह अपनी योजना तैयार करें. ताकि किसी भी किसान भाई को इसके लिए भटकना न पड़े.
राज्य के पास पहले से मौजूद उर्वरक
उर्वरक मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि देश में यूरिया, डीएपी, एमओपी, एनपीकेएस और एसएसपी उर्वरकों की मात्रा अधिक उपलब्धता है. यह इतनी अधिक है कि इसे रबी सीजन की जरूरतों को आसानी से पूरा किया जा सकता है. इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि कई राज्यों के पास पहले से ही इन उर्वरकों की मात्रा मौजूद है. लेकिन किसानों तक सही तरीके से नहीं पहुंच पा रही है. सरकार इस बात की सुनिश्चित करें कि कैसे किसानों को इसका लाभ सही से दिया जाए.
देश में उर्वरकों के भंडार तमाम मौजूद हैं
एक रिपोर्ट से पता चला है कि देशभर में किसानों की मदद के लिए तमाम उर्वरकों के भंडार मौजूद हैं. देखा जाए तो नवंबर महीने में डीएपी उर्वरक की आवश्यकता 26.98 लाख टन की थी, लेकिन सरकार ने 36.90 लाख टन उर्वरक उपलब्ध करवाया है. यह भी बताया जा रहा है कि साल 2022 में डीएपी की कुल ब्रिकी 24.57 लाख टन तक रही है और इसी के साथ अभी राज्यों के पास 12.33 लाख टन स्टॉक रखा हुआ है.
किसानों के लिए जरूरी सलाह
किसान भाइयों को यह सलाह दी जाती है कि वह अपनी फसल के लिए जितनी जरूरत है उतनी ही मात्रा में उर्वरकों को खरीदें. किसान भविष्य की फसल के लिए खाद का स्टॉक करके नहीं रखें.
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