भारत एक कृषि प्रधान देश है, यहां हर एक मौसम में मौसमी फसलों की खेती होती रहती हैं. अक्टूबर-नवम्बर माह रबी के फसल का समय होता हैं. इन फसलों की बुआई के समय कम तापमान तथा पकते समय खुश्क और गर्म वातावरण की आवश्यकता होती है. किसान रबी के फसल गेहूँ , जौ, चना, मसूर, सरसों की खेती लगभग-लगभग पूरी कर चुके हैं. खेतों में फसलें भी उग आई है. इनके साथ कुछ खरपतवारे भी उग आई हैं. इन्हें नष्ट करने के लिए देशभर के सरकारी गोदाम पर खरपतवार नाशक दवा पहुंच गई है. बता दें कि यह दवा सरकार अब किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी पर देगी.
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, गाजियाबाद जिला के कृषि उप निदेशक आरपी चौधरी ने बताया कि जिले में इस बार 1.96 लाख हेक्टेयर गेहूं की बिजाई की जा रही है. अधिकतर खेतों में गेहूं की बिजाई हो चुकी है, जबकि शेष खेतों में बिजाई जल्द ही होने वाली है. इस फसल में जंगली जई, बथुआ आदि खरपतवार भी हो सकते हैं. जिसके लिए किसानों को खरपतवार नाशक की जरूरत पड़ेगी. इसलिए प्रदेश सरकार ने किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी पर खरपतवार नाशक देने का निर्णय लिया है.
खरपतवार नाशक कृषि विभाग के सरकारी गोदामों पर पहुंच गया हैं. यह उन्हीं किसानों को उपलब्ध करवाया जाएगा, जिस किसान का विभाग में पंजीकरण होगा. आरपी चौधरी ने आगे बताया कि पहले किसानों को खरपतवार नाशक की पूरी राशि गोदाम पर जमा करवानी पड़ेगी उसके बाद सब्सिडी की पूरी राशि किसानों के बैंक खाते में सीधे पहुंच जाएगी. इस दौरान आरपी सिंह ने जिले के सभी किसानों से कृषि विभाग के सरकारी गोदाम से खरपतवार नाशक लेने की अपील पर भी जोर दिया।
विवेक राय, कृषि जागरण
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