Chaudhary Charan Singh : उत्तर प्रदेश के बलिया में 23 दिंसबर को चौधरी चरण सिंह के जन्म दिवस के अवसर पर किसान सम्मान दिवस के रुप में मनाए जाने को लेकर कार्य योजना प्रस्तावित हुई है. इस कार्यक्रम को लेकर मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा ने बताया कि 23 दिसंबर को क्रॉप कटिंग से प्राप्त परिणाम के आधार पर किसानों को सम्मानित जाएगा. कार्य योजना के अनुसार बलिया में खरीफ 2023 की धान, संकर प्रजाति को छोड़कर एवं उड़द में अधिकतम उत्पादन प्राप्त करने वाले कृषकों को दो पुरस्कार प्रथम व द्वितीय प्रदान किए जाएंगे. प्राकृतिक खेती श्रेणी के अंतर्गत 2 कृषकों को पुरस्कार प्रथम व द्वितीय प्रदान किए जाएंगे, ताकि जनपद के कृषकों में अपने उत्पादन एवं उत्पादकता में अधिकाधिक वृद्धि करने हेतु प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत हो सके.
इसके अलावा उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु आवेदन के लिए इच्छुक कृषक उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी, सदर, बांसडीह, रसड़ा एवं बैरिया कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं. प्रार्थना पत्र पूर्ण करके कृषक को उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी , सदर, बांसडीह, रसड़ा, एवं बैरिया कार्यालय में 10 रुपये पंजीकरण शुल्क एवं खतौनी अन्य अभिलेख के साथ 30 सितंबर तक पंजीकरण करना अनिवार्य होगा. इसमें रजिस्ट्रेशन हेतु कृषक के फसल का क्षेत्रफल 0.4 हेक्टेयर से कम नहीं होना चाहिए. किसी एक श्रेणी में पुरस्कृत होने वाले लाभार्थी को उस श्रेणी में दोबारा पुरस्कृत नहीं किया जाएगा. पुरस्कार हेतु चयनित कृषकों के फसल की कराई गई क्रॉप कटिंग में प्राप्त उपज परिणाम के आधार पर जनपद स्तर पर गठित समिति द्वारा किया जाएगा. पशुपालन, मत्स्य एवं गन्ना विभाग के क्षेत्र में सर्वाधिक उत्पादन के आधार पर भी किसानों का चयन किया जाना है. उक्त क्षेत्र में रुचि रखने वाले किसान पशुपालन, उद्यान, मत्स्य एवं गन्ना विभाग के कार्यालय में संपर्क करते हुए आवेदन कर प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं.
औद्यानिक, पशुपालन, डेयरी, कुक्कुट पालन, गन्ना, मशरूम उत्पादन, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन, औषधीय एवं सुगंधित पौधों की खेती के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए राज्य स्तर पर पुरस्कार हेतु महिला कृषकों का नामांकन किया जाना है.
इसे भी पढ़ें- चौधरी चरण सिंह के साहसिक कार्य, जिनके कारण बने किसानों के मसीहा
राज्य स्तरीय पुरस्कार हेतु जिन महिला कृषकों को संस्तुति किया जाएगा, उनका आर्थिक लाभ लागत विश्लेषण एवं समाजिक स्वयं कितने लोगों को रोजगार दिया या उनसे प्रेरित होकर कितने लोगों द्वारा उस कार्य को अपनाकर रोजगार सृजन किया गया. इसका विश्लेषण करते हुए उनकी गतिविधि का पूर्ण विवरण उपलब्ध कराया जाएगा. रबीन्द्रनाथ चौबे ब्यूरो चीफ कृषि जागरण बलिया उत्तरप्रदेश
Share your comments