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धान की खेती को छोड़कर किसानों ने बेबी कॉर्न और स्वीट कॉर्न की खेती को अपनाया, मिल रहा बेहतर लाभ

धान की खेती को छोड़कर बिहार के नालंदा जिले के किसानों ने बेबी कॉर्न और स्वीट कॉर्न की खेती को अपनाया है, जिससे उन्हें बेहतर लाभ मिल रहा है. कृषि विभाग ने 645 किसानों को बेबी कॉर्न का 852 किलोग्राम बीज और 398 किसानों को स्वीट कॉर्न का 464 किलोग्राम बीज उपलब्ध कराया है. इस वर्ष जिले ने 100 एकड़ में खेती का लक्ष्य प्राप्त किया है, जिसमें 40 एकड़ में बेबी कॉर्न की खेती की गई है.

KJ Staff
बेबी कॉर्न और स्वीट कॉर्न की फसल, सांकेतिक तस्वीर
बेबी कॉर्न और स्वीट कॉर्न की फसल, सांकेतिक तस्वीर

बेबी कॉर्न और स्वीट कॉर्न राज्य योजना के तहत कुल 645 किसानों को बेबी कॉर्न का 852 किलोग्राम बीज और 398 किसानों को स्वीट कॉर्न का 464 किलोग्राम बीज कृषि विभाग नालंदा, बिहार द्वारा उपलब्ध कराया गया है. इस प्रकार जिले के 1043 किसानों ने 1316 किलोग्राम उन्नत बीज के माध्यम से इस योजना का लाभ उठाया है. इस वर्ष बिहार के नालंदा जिला को 100 एकड़ में खेती का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिसमें खरीफ मौसम में 40 एकड़ में बेबी कॉर्न लगाया गया है.

कृषि विभाग ने बेबी कॉर्न और स्वीट कॉर्न की बिक्री के लिए एक एमओयू किया है. जिला कृषि पदाधिकारी नालंदा राजीव कुमार ने सचिव कृषि विभाग के निर्देश पर किसानों और व्यापारियों के बीच तालमेल के लिए स्थानीय मार्केटिंग नोडल पदाधिकारी नामित किया है. बेबी कॉर्न की तैयार फसल किसानों के खेतों में ही जिले के व्यापारी द्वारा अच्छी कीमत पर खरीदी जा रही है.

बिहार शरीफ प्रखंड के पचौरी पंचायत के जोरारपुर गांव के बुंदन प्रसाद के खेत से 29 अगस्त 2024 को बेबी कॉर्न की कटाई की गई, और 8 किलोग्राम बेबी कॉर्न को 80 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदा गया.

जुनियार और पचौरी पंचायत के किसानों से लगभग 200 किलोग्राम बेबी कॉर्न को जिला कृषि पदाधिकारी के माध्यम से अनंतजीत फूड एलएलपी, चैनपुर हरनौत को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराया गया है. आत्मा नालंदा और संबंधित पंचायत के किसान सलाहकार, कृषि समन्वयक, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी और अनुमंडल कृषि पदाधिकारी के सहयोग से किसानों को उनकी फसल की अच्छी कीमत प्राप्त करने और अगले वर्ष के लिए इस खेती को अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.

इस कार्य में जिला नोडल मार्केटिंग के लिए नामित सहायक तकनीकी प्रबंधक संकल्पिता साहा और आत्मा नालंदा के उप परियोजना निदेशक अविनाश कुमार का विशेष योगदान रहा है, जिन्होंने किसानों और व्यापारियों के बीच संपर्क साधा और स्थानीय बाजार में कृषि उत्पादों की विपणन व्यवस्था की.

किसान कृषि विभाग की इस नई योजना से लाभान्वित हो रहे हैं और आने वाले दिनों में नालंदा जिला में बेबी कॉर्न और स्वीट कॉर्न की व्यवसायिक खेती को बढ़ावा मिलेगा. सचिव कृषि विभाग ने वैशाली जिले के भगवानपुर प्रखंड में स्वीट कॉर्न की खेती का अवलोकन किया और स्थानीय किसानों से बातचीत की, जिसमें विभिन्न कृषि योजनाओं और गतिविधियों पर चर्चा की गई.

English Summary: Farmers Have Switched from Paddy to Baby Corn and Sweet Corn Cultivation Sales Are Booming Published on: 31 August 2024, 02:40 PM IST

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