अगर आप लहसुन की खेती करते हैं, तो आपके लिए यह खबर पढ़ना बहुत जरूरी है. दरअसल हरियाणा के पानीपत में लहसुन की खेती करने वाले किसानों के लिए एक खुशखबरी है कि उन्हें सरकार द्वारा उद्यान विभाग के माध्यम से खेत में लहसुन के बीजों पर सब्सिडी प्रदान की जा रही है.
इसके लिए विभाग की तरफ से एक खास योजना बनाई है. बता दें कि जिला में इस योजना का लाभ लेने के लिए लगभग 421 किसानों ने आवेदन किया था. इस सब्सिडी का लाभ ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के तहत करनाल जिला में करीब 400 किसानों को जल्द मिलने वाला है.
लहसुन की बीजों पर सब्सिडी के लिए आवेदन (Verification work in progress)
अगर आपने बीज खरीदकर अपने खेत में लहसुन लगाया है और विभाग के पास आवदेन कर दिया था, तो इन दिनों विभाग की टीमें किसानों के खेतों में जाकर लहसुन के खेत की वेरिफिकेशन कर रही हैं. इस दौरान जांच की जाएगी कि किसानों ने अपने खेतों में लहसुन लगाया है या नहीं.
अगर इंद्री की बात करें, तो खंड के लगभग सवा दो सौ किसानों ने लहसुन के बीज पर अनुदान के लिए अक्टूबर तक आवेदन किया था. इसकी आवेदन प्रक्रिया 25 सितंबर को शुरु हुई थी. बता दें कि इंद्री खंड से 80 किसानों के खेत की वेरिफिकेशन होकर जिला कार्यालय में लिस्ट जा चुकी है.
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वेरिफिकेशन का कार्य जारी (Application for subsidy on garlic seeds)
विभाग की मानें, तो 8 नवंबर को वेरिफिकेशन का कार्य शुरु किया गया था. ऐसे में उम्मीद है कि इस माह के अंत में पूरे जिला में वेरिफिकेशन का काम पूरा हो जाएगा. इसके बाद पोर्टल पर चढ़ जाएगा, फिर किसानों के बैंक खाता में प्रति एकड़ 4800 रुपए सब्सिडी आ जाएगी.
इस योजना के तहत एक किसान को एक एकड़ पर ही सब्सिडी दी जाएगी. बता दें कि देश के कई राज्यों में लहसुन की खेती बड़े स्तर पर होती है. ऐसे में केंद्र व राज्य सरकारें किसानों को लहसुन के बीजों पर सब्सिडी प्रदान करती हैं. इससे किसान आसानी से खेती कर अच्छी उपज प्राप्त कर सकते हैं.
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