किसानों को मदद करते हुए कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सरकार कई तरह के प्रयास कर रही है. सरकार द्वारा इस कार्य के लिए कई प्रकार की कृषि योजनाएं (Farmers Scheme) चल रही हैं. किसानों के लिए कई महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक कृषि सिंचाई योजना भी महत्वपूर्ण है. सरकार द्वारा इसकी शुरुआत मानसून (Monsoon 2020) पर खेती की निर्भरता कम करने और हर खेत तक पानी पहुंचाने के लक्ष्य से किया गया है. इस योजना की शुरुआत प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 जुलाई, 2015 को किया था. इस योजना को केंद्र और राज्य सरकार के समन्वय पर चलाया जाता है. इस योजना के तहत किसानों को अपने खेतों में सिंचाई के लिए उचित मात्रा में पानी उपलब्ध करना और सिंचाई उपकरणों के लिए सब्सिडी दिया जाता है.
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना क्या है?
देश में आज भी किसानी और खेती के लिए ज्यादातर किसान बारिश पर ही आश्रित हैं. वहीं बारिश कम होने पर किसानों को कई बार घाटा भी होता है और वो अच्छी उपज प्राप्त नहीं कर पाते. इसमें सुधार करते हुए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत करने का निर्णय लिया गया है. इस योजना का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा किसानों तक लाभ पहुंचाना है जिसके लिए योजना के तहत पांच सालों के लिए 50 हजार करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है.
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प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लाभ
जिस क्षेत्र के किसान पानी की कमी से खेती में परेशानी झेल रहे हैं उन्हें इस योजना के तहत लाभ दिया जाता है. योजना का लाभ पाने के लिए किसानों के पास अपनी कृषि योग्य ज़मीन और जल संसाधन होना अनिवार्य है. योजना में खर्च होने वाली राशि में 75% अनुदान केंद्र और 25% राज्य सरकार द्वारा दिया जाएगा. इससे किसानों ड्रिप/स्प्रिंकलर जैसी सिंचाई योजना में भी लाभ मिलेगा. इसमें नए उपकरणों के चलते इसमें 40-50 प्रतिशत पानी की बचत होगी. इस योजना से किसानों को यह भी लाभ होगा कि इससे कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ-साथ उपज की गुणवत्ता में भी तेज़ी आएगी.
क्या हैं आवेदन की प्रक्रिया ?
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की सभी करह की जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई है. इस वेबसाइट में जाकर आप इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं.
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