सत्र 2016-17 में दालों के रिकार्ड उत्पादन के मद्देनज़र किसानों के लाभ मार्जिन में लगभग 16 प्रतिशत की कमी आई है। इस दौरान क्रिसिल रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक चने को छोड़कर अन्य दालों में मार्जिन 30 फीसदी कम हुआ है। जिसके चलते जहां दलहनों की बिक्री कीमत में गिरावट आ रही है, तो वहीं इसकी उत्पादन लागत लगातार बढ़ रही है। आप को बता दें 2016-17 में लागत 3.7 प्रतिशत तक बढ़ी है। इस दौरान केंद्र सरकार के एमएसपी में बढ़ोत्तरी के बावजूद भी किसानों की आय बढ़ नहीं पाई।
ज्ञात हो कि दलहन की फसलों में 2016-17 में 229.5 लाख टन रहा जो कि पिछले सत्र की अपेक्षा 40 प्रतिशत अधिक है।इस बीच क्रिसिल के अर्थशास्त्री धर्मकीर्ति जोशी ने कहा सरकार को एक खुली नीति के अनुसार व उचित बाज़ारों के अनुरूप ही चलकर कीमतों पर काबू पाने की कोशिश करनी चाहिए।
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