भारत सरकार द्वारा असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए एक खास पोर्टल (e-Shram Portal) विकसित किया गया था. जिसका नाम ई-श्रम पोर्टल है. इस पोर्टल के जरिए श्रमिकों के आंकड़े संग्रहित किए जाते हैं.
इस पर श्रमिकों को अपना पंजीयन करवाना होता है. बता दें कि ई-श्रम पोर्टल (e-Shram Portal) पर श्रमिकों के पंजीयन कराने के साथ ही एक ई-श्रम कार्ड (e-Shram Card) जारी होता है. यह आधार कार्ड से लिंक्ड होता है. इसके बाद श्रमिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से प्राप्त होता है.
इसी कड़ी में राजस्थान से ई-श्रम पोर्टल (e-Shram Portal) से जुड़ी एक अहम खबर है. दरअसल, सहायक श्रम आयुक्त रामचंद्र गढ़वीर ने बताया है कि राजस्थान के बाड़मेर जिले में 8 लाख 52 हजार 4 सौ 29 ई-श्रम कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
क्या है ई-श्रम पोर्टल (What is e-shram portal)
आपको बता दें कि ई-श्रम पोर्टल (e-Shram Portal) को भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा विकसित किया गया है. इसके जरिए असंगठित कामगारों का एक राष्ट्रीय डेटाबेस बनाया जाता है. इसमें आधार नंबर, नाम, व्यवसाय, पता, शैक्षिक योग्यता, कौशल स्वरूप और परिवार आदि का विवरण शामिल होता है. इससे श्रमिक रोजगार क्षमता का समुचित उपयोग कर सकें. इसके साथ ही उन तक विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ आसानी से पहुंच सके. इसके अलावा योजना का लाभ लेने के लिए मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, बैंक खाता संख्या जरूरी है.
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किसको मिलेगा ई-श्रम कार्ड का लाभ (Who will get the benefit of e-shram card)
जानकारी के लिए बता दें कि ई-श्रम पोर्टल (e-Shram Portal) के तहत लघु और सीमांत किसान, कृषि मजदूर, बंटाई पर काश्त करने वाले किसान, पशुपालक, मछुआरे, बीड़ी बनाने वाले श्रमिक, लेवलिंग और पैकेजिंग करने वाले श्रमिक, भवन निर्माण करने वाले श्रमिक, बुनकर, लकड़हारे, खाती का काम करने वाले श्रमिक, नमक की फैक्ट्रियों में काम करने वाले श्रमिक, ईंट भट्टों और पत्थर कटाई, आरा और कटाई से संबंधित मिलों पर काम करने वाले श्रमिक शमिल हैं.
इसके अलावा घरेलू नौकरानी या कामवाली बाई, नाई, घरेलू कामगार, सब्जी और फल विक्रेता, समाचार पत्र विक्रेता, थड़ी विक्रेता नरेगा श्रमिक, निजी सुरक्षाकर्मी, चमड़े के कारोबार से संबंधित श्रमिक, ई-मित्र केन्द्र संचालक, , आशा वर्कर, भूमिहीन कृषक, स्ट्रीट वेंडर, रिक्शा चालक, घरेलू नौकर, घरेलू श्रमिक, ऑटो चालक, कुली, धोबी, मोची, रिक्शा चालक, ऑटो चालक मिड-डे मील श्रमिक, ऑनलाईन कॉरियर सेवा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, कुक-कम हेल्पर आदि शामिल हैं. बता दें कि इसमें जो आयकर नहीं देते हैं और ई.एस.आई./पी.एफ./एन.पी.एस. योजना के सदस्य नहीं शामिल होते हैं.
ई-श्रम पोर्टल में रजिस्ट्रेशन (Registration in e-shram portal)
उक्त श्रमिकों की ओर से पंजीयन अपने स्तर से अथवा सामान्य सेवा केन्द्र (सी.एस.सी.) और ई-मित्र के माध्यम से किया जा सकता है.
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