1. Home
  2. ख़बरें

ICAR के उप महानिदेशक बने डॉ. राजबीर सिंह, कृषि क्षेत्र को मिलेगी नई दिशा

डॉ. राजबीर सिंह की नियुक्ति भारतीय कृषि अनुसंधान एवं विस्तार के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है. उनके व्यापक अनुभव और शोध विशेषज्ञता से भारत में टिकाऊ और जलवायु-स्मार्ट कृषि को बढ़ावा मिलेगा. आईसीएआर में उनकी नई भूमिका किसानों, वैज्ञानिकों और नीति निर्माताओं के लिए एक प्रभावशाली नेतृत्व साबित होगी.

लोकेश निरवाल
डॉ. राजबीर सिंह को ICAR में उप महानिदेशक किया गया नियुक्त
डॉ. राजबीर सिंह को ICAR में उप महानिदेशक किया गया नियुक्त

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने डॉ. राजबीर सिंह को उप महानिदेशक (कृषि विस्तार) के पद पर नियुक्त किया है. यह नियुक्ति उनके आईसीएआर के केएबी-II, नई दिल्ली में प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन (एनआरएम) डिवीजन में सहायक महानिदेशक (कृषि विज्ञान, कृषि वानिकी और जलवायु परिवर्तन) के रूप में सफल कार्यकाल के बाद हुई है.

डॉ. राजबीर सिंह का करियर और उपलब्धियां

डॉ. राजबीर सिंह ने कृषि अनुसंधान और विस्तार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उनका करियर तीन दशकों से अधिक का है, जिसमें उन्होंने कई प्रमुख संस्थानों में सेवाएँ दी हैं.

  • 1995-2004: वैज्ञानिक और वरिष्ठ वैज्ञानिक, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट हार्वेस्ट इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, अबोहर.
  • 2008-2012: प्रधान वैज्ञानिक, भारतीय जल प्रबंधन संस्थान, भुवनेश्वर.
  • 2015-2023: निदेशक, आईसीएआर - कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, लुधियाना.
  • आईसीएआर के एनआरएम डिवीजन, नई दिल्ली में प्रधान वैज्ञानिक के रूप में भी योगदान दिया.

प्रमुख पुरस्कार और सम्मान

डॉ. सिंह को कृषि विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हुए हैं.

  • 2022 – रफी अहमद किदवई पुरस्कार (कृषि विज्ञान में उत्कृष्ट अनुसंधान के लिए)
  • 2019 – नानाजी देशमुख आईसीएआर पुरस्कार (उत्कृष्ट अंतःविषय टीम अनुसंधान के लिए)
  • 2016 – स्वामी सहजानंद सरस्वती उत्कृष्ट विस्तार वैज्ञानिक पुरस्कार

इसके अलावा, उन्होंने पराली प्रबंधन और कृषि विज्ञान केंद्रों (KVK) के सशक्तिकरण में योगदान दिया, जिसके लिए पंजाब के मुख्यमंत्री से सराहना प्राप्त हुई.

अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय योगदान

  • 2023 में सीओपी-28 (दुबई, यूएई) में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य रहे.
  • यूएनएफसीसीसी की महत्वपूर्ण पहलों में भागीदारी.
  • जलवायु-स्मार्ट कृषि, प्राकृतिक खेती और कृषि अनुकूलन रणनीतियों पर राष्ट्रीय समितियों में नेतृत्वकारी भूमिका.

शोध रुचियां और विशेषज्ञता

डॉ. सिंह की शोध रुचियां भारत में स्थायी कृषि को बढ़ावा देने से जुड़ी हैं. उनके शोध कार्यों में शामिल हैं:

  • संरक्षित कृषि (Protected Agriculture)
  • जलवायु-स्मार्ट कृषि (Climate-Smart Agriculture)
  • परिशुद्ध खेती (Precision Farming)
  • कृषि प्रणालियां (Farming Systems)
  • प्राकृतिक खेती (Natural Farming)
English Summary: dr rajbir singh deputy director general icar agriculture new direction Published on: 13 February 2025, 05:56 PM IST

Like this article?

Hey! I am लोकेश निरवाल . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News