राजस्थान के बाड़मेर जिले में सुप्रसिद्ध तिलवाड़ा पशु मेले के दौरान भव्य किसान समागम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भारत सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के 'मेरी पॉलिसी, मेरे हाथ' अभियान के तहत फसल बीमा पॉलिसी का वितरण किया.
कार्यक्रम में हजारों किसानों के साथ केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पशुपालन, मत्स्य पालन व डेयरी राज्य मंत्री डॉ. संजीव कुमार बालियान, कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए.
यहां तोमर ने कहा कि किसानों की तेजी से प्रगति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में सरकार उन्हें टेक्नालाजी से जोड़ रही है. पीएम की दूरदृष्टि के कारण बीमित किसानों को क्लेम के लिए फसलों के नुकसान का सर्वे भी ड्रोन द्वारा किया जाएगा.
देशव्यापी अभियान ‘मेरी पालिसी मेरे हाथ’ की शुरूआत गत 26 फरवरी को इंदौर (मध्य प्रदेश) से की गई थी. यह एक बड़ी उपलब्धि है कि यह अभियान अल्प समय में 50 लाख किसानों तक उनकी फसल बीमा पालिसी के साथ सफलतापूर्वक पहुंचा है, जिसे आने वाले दिनों में भी जारी रखा जाएगा.
कार्यक्रम में तोमर ने कहा कि पीएमएफबीवाई में 1.15 लाख करोड़ रुपये का क्लेम किसानों को दिया जा चुका है. महाभियान में पालिसी किसानों तक पहुंचाई जा रही है. प्रधानमंत्री ने पीएमएफबीवाई में किसानों की मंशा के अनुरूप बदलाव कर इसे आकर्षक बनाया है.
मोदी गांव-गरीब-किसान-दलित-महिला-नौजवान का उत्थान हो, इस सिद्धांत पर काम कर रहे हैं इसी का परिणाम है कि वर्ष 2019 के आम चुनाव के बाद हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में भी जनता ने मोदी जी के नेतृत्व को और ताकत प्रदान की है.
हमारे किसान स्वाभिमानी, परिश्रमी व ईमानदार है, इसलिए प्रधानमंत्री चाहते हैं कि किसानों की निर्भरता किसी पर नहीं होना चाहिए. इस दृष्टि से खेती में टेक्नालाजी का उपयोग बढाने, किसानों को महंगी फसलों की ओर ले जाने, उन्हें वाजिब दाम दिलाने, प्रोसेसिंग-पैकेजिंग स्वयं कर अच्छी कमाई के लिए अनेक कार्यक्रम प्रांरभ किए गए हैं.
तोमर ने कहा कि पहले कभी कौन सोच सकता था कि ड्रोन से पेस्टीसाइड का स्प्रे संभव हो सकेगा लेकिन सरकार की मंशा अब गांव-गांव इस टेक्नालाजी का उपयोग करने की है. देश में 6,865 करोड़ रु. खर्च कर 10 हजार एफपीओ बनाने की योजना प्रारंभ की गई है, ताकि छोटे किसान जुड़े व उन्हें आदान, टेक्नालाजी, अच्छी गुणवत्ता का लाभ मिल सकें, जिससे देश-विदेश में उन्हें उचित दाम मिलें.
बाड़मेर जिले के भी हर ब्लाक में एफपीओ बनाने का काम लगभग पूर्णता की ओर है, अन्य किसानों को भी इस दिशा में प्रवृत्त होना चाहिए. उन्होंने राज्य मंत्री श्री चौधरी के आग्रह पर बाड़मेर में बाजरा अऩुसंधान संस्थान खोलने के लिए आश्वस्त करते हुए कहा कि क्षेत्र के किसानों को उनका हक दिलाने व कृषि संबंधी विकास के लिए केंद्र सरकार की ओर से कोई कमी नहीं आने दी जाएगी. उन्होंने किसानों से फसल बीमा योजना का कवरेज बढ़ाने में मदद का अनुरोध किया.
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री शेखावत, बालियान व चौधरी ने भी संबोधित करते हुए, केंद्र सरकार द्वारा कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्रों तथा किसानों के विकास के लिए प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में किए जा रहे उपायों की विस्तार से जानकारी दी. पीएमएफबीवाई के सीईओ व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव रितेश चौहान ने भी संबोधित किया. केंद्रीय कृषि मंत्री ने प्रतीक स्वरूप बाड़मेर जिले के 15 किसानों को फसल बीमा पालिसी का वितरण किया एवं 10 प्रगतिशील किसानों को कृषि क्षेत्र में उनके योगदान के लिए प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया.
प्रारंभ में, श्री तोमर सहित अन्य अतिथियों ने केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसन्धान संस्थान (काज़री) की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया, जिसमें किसानों को कृषि व पशुपालन क्षेत्र की नवीनतम तकनीकों के बारे में जानकारी दी जा रही है.
कार्यक्रम के दौरान, हजारों किसानों को कृषि मेला के माध्यम से कृषि में ड्रोन की उपयोगिता से अवगत कराया गया. कार्यक्रम में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि राजेंद्र गेहलोत, प्रताप पुरी महाराज, परशुराम गिरी महाराज, नारायण सिंह देवला, अभय राज महाराज, प्रताप सिंह, सांग सिंह, छोटू सिंह सहित अनेक गणमान्यजन, नेता-कार्यकर्ता मौजूद थे.
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