वर्ष 2018-19 में बिहार में दियारा विकास योजना 1243.72 लाख रूपये की लागत से कार्यान्वित करने की स्वीकृति प्रदान की गई है। यह योजना राज्य के कुल 30 जिलों बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, सीतामढ़ी, शिवहर, खगड़िया, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णियाँ, कटिहार, भागलपुर, मुंगेर, लखीसराय, समस्तीपुर, बेगूसराय, दरभंगा, मधुबनी, सारण, सिवान, गोपालगंज, गया, अरवल, नवादा, जहानाबाद, एवं औरंगाबाद में संचालित की जायेगी।
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत गोर्डस समूह की सब्जियाँ एवं मेलनस के संकर किस्म के बीज वितरण के कार्यक्रम चलाये जायेंगे। साथ ही, मटर की उन्नत/संकर प्रभेद के बीज वितरण कार्यक्रम भी चलाये जायेंगे। गोर्डस समूह की सब्जियाँ एवं मेलनस के संकर बीज के क्रय पर किसानों को 50 प्रतिशत अधिकतम 8,000 रूपये प्रति हेक्टेयर की दर से सहायता अनुदान आर०टी०जी०एस०/डी०बी०टी० के माध्यम से उपलब्ध कराया जायेगा। मटर की उन्नत/संकर बीज के क्रय पर किसानों को मूल्य का 50 प्रतिशत अधिकतम 7,000 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर आर०टी०जी०एस०/ डी०बी०टी० के माध्यम से उपलब्ध कराया जायेगा। एक किसान को अधिकतम एक एकड़ क्षेत्र के लिए ही बीज उपलब्ध कराया जायेगा। किसानों को परवल के उन्नत किस्म के 4,000 हजार पौध प्रति हेक्टेयर अनुदानित दर पर उपलब्ध कराये जायेंगे। परवल पौध के क्रय पर मूल्य का 50 प्रतिशत अधिकतम 24,000 रूपये किसानों को अनुदान दिया जायेगा।
डॉ० कुमार ने कहा कि दियारा क्षेत्रों में किसानों को सिंचाई सुविधा के विकास हेतु 100 फीट बोंरिग के लिए पी०भी०सी० पाईप लागत का 50 प्रतिशत अधिकतम 9,000 रूपये प्रति यूनिट अनुदान दिया जायेगा। इस योजना का कार्यान्वयन कलस्टर में किया जायेगा। पी०भी०सी० पाईप बोरिग को सफलतापूर्वक चलने के उपरान्त किसानों को अनुदान का भुगतान आर०टी०जी०एस०/डी०बी०टी० के माध्यम से किया जायेगा। इस योजना के कार्यान्वयन से इन फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि होगी, दियारा क्षेत्रों का विकास होगा, जिनसे इन क्षेत्रों के किसानो की आमदनी बढ़ेगी।
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