इंसान सच्ची लगन और मेहनत से बुलंदियों को हासिल कर ही लेता है. कठिन परिश्रम के बल पर ही इंसान अपने जीवन में सफल बना पाता है और इस कहावत को जागृति अवस्थी ने सच साबित कर दिखाया है. जागृति अवस्थी ने यूपीएससी (UPSC) में दूसरी रैंक (Second Rank) हासिल कर एक मिसाल कायम की है
इसी क्रम में कृषि जागऱण ने जागृति अवस्थी से बातचीत की. तो चलिए जागृति अवस्थी से उनकी सफलता की कहानी जानते हैं.
पढ़ाई में है काफी दिलचस्पी (very Interested in Studies)
जागृति अवस्थी मध्यप्रदेश के भोपाल की रहने वाली हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में दूसरी रैंक (Second Rank) हासिल की है. वहीं, जागृति ने महर्षि विद्या मंदिर (Maharishi Vidya Mandir) रतनपुर भोपाल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की है. उनके अन्दर बचपन से ही पढ़ाई के प्रति काफी दिलचस्पी थी. उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई इंजीनियरिंग मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से पूरी की है.
तीन साल की नौकरी (Did Three Year Job)
जागृति का कहना है कि उन्होंने साल 2017 से 2019 के बीच भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड भोपाल (Bharat Heavy Electricals Limited , Bhopal) में नौकरी की. इस दौरान उन्होंने यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा दी थी, लेकिन वह अपने पहले प्रयास में असफल रहीं. जागृति का सपना था कि वह IAS बन कर सामाजिक सेवा करें, जो अब पूरा हो गया है. उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दिन रात कड़ी मेहनत कर अपने सपने को पूरा किया है.
मजदूर वर्ग के लोगों की करना है मदद (To Help The Working Class People)
जब जागृति नौकरी कर रही थीं, तब उनके पास कई मजदूर वर्ग के लोग आते थे. उनकी समस्याएं सुनकर जागृति के मन में विचार आया कि मैं भी एक दिन इन मजदूर वर्ग के लोगों की मदद करूं. उनकी हर समस्याओं का हल निकाल सकूँ. इसके चलते जागृति ने अपने लक्ष्य पर केन्द्रित होकर आईएएस (IAS) बनने का सपना साकार किया. इस सपने को साकार करने के लिए जागृति के माता पिता ने बहुत सहयोग किया है
जागृति का कहना है कि अगर आप जीवन में अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित होना बहुत जरूरी है. इसके साथ ही कड़ी मेहनत करना जरूरी है और सबसे बड़ी बात यह है कि आप अपने जीवन में कितने भी असफल क्यों ना हो जाएं, लेकिन कभी भी हार नहीं मानना चाहिए.
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