हरियाणा के भिवानी में सेक्टर-13 में तीन दिन चली पशुधन प्रदर्शनी में हरियाणा के पशुओं की नयी नस्लों और सर्वश्रेष्ठ नस्लों के बारे में पता लगाया गया है. ये ही नहीं इस प्रदर्शनी में जीतने वाले प्रथम पशुपालक को 5 लाख रुपए की धनराशि से सम्मानित किया गया और साथ ही इस प्रदर्शनी में लक्की ड्रा में जीतने वाले व्यक्ति को ट्रैकटर, बुलेट बाइक, स्कूटी और मिल्किंग मशीन से सम्मानित किया गया.
आपको बता दें कि हरियाणा राज्य के भिवानी शहर में हुई पशुधन प्रदर्शनी में कृषि जागरण की टीम पहले ही इस मेले में पहुच चुकी थी. जिसके कारण हम आपको इस मेले से जुड़ी सभी जानकारी को बताएंगे. तो आइए 38 वीं पशुधन प्रदर्शनी 2022 मेले के बारे में विस्तार से जानते है.
यह मेला हरियाणा राज्य के हर साल अलग-अलग राज्यों में लगाया जाता है. गौरतलब की बात यह है कि इस बार यह 38वी पशुधन प्रदर्शनी भिवानी के सेक्टर-13 में लगभग 25 साल बाद लगाया गया है. इस मेले में पशुओं से जुड़े सभी जानकारी पशुपालकों को दी जाती है. साथ ही इसमें बेहतरीन नस्ल के पशु और सर्वश्रेष्ठ नस्ल के पशुओं को सम्मानित भी किया जाता है. इसके अलावा इस मेले में पशुपालकों को कई तरह के पुरस्कार और प्रमाण पत्र भी दिए जाते हैं.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की ऊंट की सवारी (Chief Minister Manohar Lal took a camel ride)
तीन दिन चले पशु प्रदर्शनी में रविवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल में खुली जीप में सवार होकर पशुपालकों और लोगों का अवलोकन किया. इसके बाद सभी विजेता पशुओं के रैंप पर कैटवॉक का आनंद लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ कई बड़े दिग्गज मंत्री कृषि मंत्री जेपी दलाल, शिक्षा मंत्री मंत्री कंवरपाल गुर्जर, सांसद धर्मबीर सिंह, विधायक घनश्याम सर्राफ व बिशंभर वाल्मीकि के अलावा पशुपालन विभाग के आयुक्त एवं सचिव पंकज अग्रवाल, एमडी एसके बागोरिया, निदेशक वीरेंद्र लोरा शामिल थे. जो इस मेले की शान को चार-चांद लगा रहे थे. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस पशु प्रदर्शनी में ऊंट की भी सवारी का आनंद लिया और एक सफेद घोड़े की तारीफ की.
रोहतक के देवेंद्र का झोटा पशुओं में सर्वश्रेष्ठ (rohtak's devendra Jhota is the best among animals)
इस पशु प्रदर्शनी में पशुओं में सर्वश्रेष्ठ पशु रोहतक के रहने वाले देवेंद्र पुत्र सतबीर सिंह का झोटा बादल रहा. यह झोटा मुर्रा नस्ल का सबसे बेहतरीन झोटे से सम्मानित हुआ. सतबीर सिंह ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपने झोटे का कैटवॉक भी करवाया. इसके बाद मुर्रा नस्ल के इस झोटे को सरकार की तरफ से और इस प्रतियोगिता का विजेता होने का कारण इसे 5 लाख रुपए की धनराशि भी दी गई.
इसके बाद हरियाणा नस्ल यानी हरियाणा ब्रीड चैम्पियन का पहले स्थान प्राप्त करने वाली झज्जर जिले के गांव गवालिसन ब्रह्म प्रकाश की गाय रही. इन्होंने भी मंच पर अपनी गाय से रैंप करते हुए लोगों की तालियां बटोरी. इसे भी सरकार की तरफ से 2.50 लाख रुपए की धनराशि से सम्मानित किया. इसी प्रकार साहीवाल नस्ल में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली करनाल जिले नवदीप की गाय रही. इन्होंने भी रैंप पर कैटवॉक करवाई. इसके बाद क्रॉस ब्रीड नस्ल में महेंद्रगढ़ जिले के गुढा में रहने वाले नीटू की गाय को प्रथम रही और इन्होंने भी अपनी गाय को रैंप करवाई. इसके बाद गाय की गीर नस्ल में सोनीपत के विरेंद्र की गाय इस मेले में प्रथम स्थान प्राप्त कर रैंप पर कैटवॉक किया.
अगर बात करें दूसरे पशु प्रदर्शनी में द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले पशुओं की, तो मुर्रा नस्ल की भैंस हिसार के रहने वाले होशियार सिंह की रही. वहीं हरियाणा नस्ल की दूसरा स्थान प्राप्त करने वाली गाय पानीपत के रहने वाले नरेंद्र की गाय रही और फिर साहीवाल नस्ल में करनाल के रहने वाले वासुदेव की गाय और फिर क्रॉस ब्रीड नस्ल में महेंद्रगढ़ के रहने वाले नीटू की गाय रही. इसी प्रकार से बकरी में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली भिवानी जिले के गांव नांगल में रहने वाले रजनीश की बकरी रही और उधर वहीं बकरी में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाली ढाणी माहू में रहने वाले विक्की की बकरी को प्रथम स्थान दिया.
भिवानी जिले के गांव जलाई के रहने वाले वीरेंद्र की घोड़ी को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ. इन्हें सरकार से इनाम के तौर पर 51000 रुपए की धनराशि से सम्मानित किया गया. वहीं गुड़गांव जिले के गांव कारकोला के रहने वाले धीरज की घोड़ी को दूसरा स्थान दिया गया. हरियाणा नस्ल का देशी सांड का पहला स्थान पानीपत जिले के रहने वाले नरेंद्र सिंह के साड़ को दिया गया. इन्हें भी सरकार की तरफ से 1 लाख रुपए की धन राशि के साथ सम्मानित किया गया.
पशु प्रदर्शनी में निकले 60 लाख के इनाम (60 lakh reward came out in animal exhibition)
इस पशुधन प्रदर्शनी के आखिरी दिन मुख्यमंत्री ने सभी पशुपालकों को संबोधित किया. इसके बाद खुद मुख्यमंत्री नें अपने हाथों से लक्की ड्रा में से तीन ट्रैक्टरों के लिए इनामी कूपन को निकाला. यह ट्रैक्टर पुरस्कार गांव गिगनाई के उमेद सिंह व भिवानी जिले के सत्यवान को दिया गया. लेकिन तीसरा ट्रैक्टर विजना प्यारेलाल मौके पर मौजूद नहीं था. इसलिए उसे उसका इनामी ट्रैक्टर 7 दिनों के अंदर दे दिया जाएगा. यहीं नही इस प्रदर्शनी में लगभग 60 लाख रुपए के इनाम भी निकाले गए.
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