किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से सरकार समय-समय पर कई अहम कदम उठा रही है. ऐसे में आने वाले रबी सीजन को देखते हुए सरकार ने काले गेहूं के उत्पादन को बढ़ावा देने का प्रयास किया है. जिसके लिए कृषि उत्पादों के निर्यात को भी बढ़ावा दिया जा रहा है.
काले गेहूं को स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है और बाजार में इसकी मांग व कीमत भी अधिक है. यदि किसान काले गेहूं की खेती के उत्पादन में वृद्धि करते हैं तो किसानों की आय में भी वृद्धि होनी तय है.
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से कृषि विभाग और उद्योग विभाग की ओर से काले गेहूं की खपत बढ़ाने के लिए कार्य शुरू कर दिया है. विभाग की तरफ से पहले चरण में गेहूं की बुवाई का रकबा बढ़ाने के लिए जोर दिया जा रहा है. मैनपुरी को कृषि प्रधान जिला कहा जाता है, साथ ही यहां पर गेहूं और धान का बड़े पैमाने में उत्पादन किया जाता है. मैनपुरी के बासमती चावल की मांग देश के साथ-साथ यूरोपीय देशों व खाड़ी देशों में है.
किसानों को किया जा रहा है जागरूक
काले गेहूं के उत्पादन में वृद्धि को लेकर कृषि विभाग ने किसानों के लिए प्रचार प्रसार शुरू कर दिया है. इसके लिए पहले चरण में विभाग की तरफ से काले गेहूं का रकबा बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है. तो वहीं कृषि विभाग का कहना है कि किसान काले गेहूं की खेती कम इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि काला गेहूं को उगाने की विधि सामान्य गेहूं से अलग और कठिन होती है. जबकि कृषि विभाग का मानना है कि यह केवल मिथ्या है. इसी को लेकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है.
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किसानों की आय होगी दोगुनी
काले गेहूं के उत्पादन से किसानों की आय दोगुनी होनी तय है. कृषि विभाग की मानें तो 1 हेक्टेयर में काले गेहूं का उत्पादन लगभग 35 क्विंटल के बराबर होता है. देखा जाए तो 4 हेक्टेयर में उत्पादित काले गेहूं की कीमत 1.40 लाख रुपए से अधिक होगी, जो कि सामान्य गेहूं की दोगुनी है.
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