देश हम फसल उत्पादन को बढ़ाने की कवायद तो काफी तेजी के साथ चल रही है. सरकार और निजी क्षेत्र दोनों ही मिलकर इसको बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जो देश में सबसे बड़ी समस्यां है कोल्ड चैन की इसको लेकर कुछ ख़ास कदम नहीं उठाये जा रहें है.इस समस्यां पर मंथन करने के लिए एसोचैम ने ‘नेशनल कांफ्रेंस एंड अवार्ड्स ऑन कोल्ड चैन’ का आयोजन किया.
यह कार्यक्रम दिल्ली के होटल शंगरी-ला में आयोजित किया गया. कार्यक्रम में कोल्ड चैन इंडस्ट्री से निजी क्षेत्र की कंपनिया और सरकारी विभाग के अधिकतर लोगो ने प्रतिभागिता की. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि साध्वी निरंजन ज्योति, केन्द्रीय राज्य मंत्री, खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्रालय भारत सरकार ने कहा कि सरकार देश में कोल्ड स्टोरेज को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है. इसके लिए सरकार ने इस बार इसका बजट बढाया है. उन्होंने सरकार द्वारा चलायी जा रही सम्पदा योजना के विषय में भी बताया है. उन्होंने कहा कि यदि कोई प्राइवेट कंपनी या कोई भी कोल्ड स्टोरेज या फिर मेगा फ़ूडपार्क बनाना चाहता है तो सरकार उनको सब्सिडी उपलब्ध करा रही है. यदि कोई मैदानी इलाकों में बनाना कोल्ड स्टोरेज बनाना चाहता है तो उसको सरकार की और से 35 प्रतिशत और मेगा फ़ूड पार्क पर 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है, जबकि कोई दुर्गम इलाको में मेगा फ़ूड पार्क या फिर कोल्ड स्टोरेज स्थापित करना चाहता है तो उसको क्रमश : 75 प्रतिशत और 50 प्रतिशत सब्सिडी सरकार द्वारा दी जाएगी.
सरकारी विभाग से पवनेक्स कोहली, सीईओ एनसीसीडी , नरेश गुप्ता, प्रबंध निदेशक, नब्कोंस, डॉ. बीबी पटनायक चेयरमैन डब्ल्यूआरडीए और निजी क्षेत्र से विनय खुंगर, प्रबंधक करियर रेफ्रीजरेशन लिमिटेड से ने आये हुए सभी डेलिगेटस को संबोधित किया. सभी को सुनकर इस कार्यक्रम से निष्कर्ष निकलता है कि कोल्ड स्टोरेज क्षेत्र में कही न कही बड़े पैमाने में निवेश की जरुरत है. इसलिए निजी क्षेत्र को इसमें आने की आवश्यकता है. हालांकि इस क्षेत्र में जितना काम प्राइवेट कंपनिया कर रही है उससे कही ज्यादा काम करने की जरुरत सरकाऋ विभाग को है. इस कार्यक्रम में कोल्ड स्टोरेज के क्षेत्र में काम करने वाली कुछ कंपनियों को अवार्ड देकर सम्मानित भी किया गया. इन कंपनियों में करियर रेफ्रीजरेशान लिमिटेड, सिकाल लोजिस्टिक्स, अदानी एग्रीफ्रेश लिमिटेड जैसी कंपनिया शामिल है. यह अवार्ड अलग-अलग श्रेणियों में दिए गए हैं. एनसीसीडी के सीईओ पवनेक्स कोहली ने कहा कि इस क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट को भी बढ़ावा दिए जाने की जरुरत है. इसके लिए सरकार भी प्रयासरत है. ताकि युवा इस क्षेत्र में अधिक से अधिक आ सके.
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