बीते कुछ दनों से केरल में मॉनसूनी बारिश जारी है और इससे यहां के कृषि क्षेत्र को काफी नुकसान हुआ है. एक अनुमान के मुताबिक बताया जा रहा है की यहां के कृषि क्षेत्र को लगभग 6 अरब रुपए के नुकसान की आशंका है. वहीं राज्य में मौसम सामान्य होने में वक्त लग सकता है तो इस बात का भी खतरा है की कहीं खतरा और बढ़ ना जाए. एसोसिएशन ऑफ प्लांटर्स ऑफ केरल के सचिव अजीत बालाकृष्णन ने एक प्रमुख अखबार को बताया है कि राज्य में सिर्फ फसल को 6 अरब रुपए का नुकसान हुआ है.
इसके साथ ही उन्होंने अलग- अलग फसल की नुकसान के बारे में अनुमान लगाते हुए बताया की चाय के क्षेत्र में 50 प्रतिशत (करीब 1.50 अरब रुपए) फसल नुकसान के आसार हैं, जबकि वयनाड में भूस्खलन की वजह से 100 एकड़ की कृषि के नुकसान का अभी आकलन नहीं किया गया है. रबर की फसल में करीब 40 फिसदी के नुकसान होने की आशंका है जबकी इलायची की खेती की खेती को करीब 3 अरब रुपए के नुकसान होने की आशंका है. मुख्य उत्पादन कॉफी में 15 प्रतिशत की आशंका है तो दूसरी ओर रबर की फसल में यह नुकसान 40 फीसदी हो सकता है.
राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने अपने टविटर पर लिखा था कि राज्य 1924 के बाद दूसरी बदतर बाढ़ में है और भारी बारिश लगातार जारी है. 14 जिलों में से 10 गंभीर रूप से प्रभावित हैं. 27 प्रमुख बांधों के द्वार खोल दिए गए हैं. पिछले साल केरल में कृषि क्षेत्र के उत्पादों का मूल्य लगभग 97.80 अरब रुपए था. इस बार राज्य के उद्दोग को चाय उत्पादन में 15-20 फीसदी तक के इजाफे, रबर में तकरीबन 10 प्रतिशत और इलायची में करीब 20 फीसदी बढ़ोतरी की उम्मीद थी.
बता दें की केरल में पिछले कुछ दिनों से बाढ़ की स्थिती झेल रही है और वहां अभी तक लगभग 350 लोगों की जान जा चुकी है. राहत और बचाव का काम भी राज्य में जारी है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य को आपदा सहायता देने की घोषणा की है.
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