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Agri Innovation: स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट खेती-किसानी के इस काम से कर रहे कमाई, जानें सरकार के अभियान की डिटेल्स

अगर आप स्कूल-कॉलेज के छात्र हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद मददगार साबित हो सकती है. दरअसल, भारत सरकार की तरफ छात्रों के जेब खर्च के लिए एक अच्छा अभियान शुरू किया है. जिसकी मदद से वह अच्छी कमाई कर सकते हैं.

लोकेश निरवाल
खेती-किसानी के काम से कमाई कर रहे स्टूडेंट
खेती-किसानी के काम से कमाई कर रहे स्टूडेंट

देश तेजी से कृषि क्षेत्र की तरफ बढ़ रहा है. इस सफर के लिए जहां पहले सरकार किसान भाइयों के लिए नई-नई योजनाओं को तैयार करती रहती थी. वहीं अब सरकार देश के छात्रों को भी खेती-किसानी के प्रति जागरूक कर रही है.

इसी संदर्भ में भारत सरकार ने कृषि योजना मृदा स्वास्थ्य कार्ड स्कीम (Soil Health Card Scheme) चला रखी है, जिसमें स्टूडेंट बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं. तो आइए सरकार की इस योजना के बारे में जानते हैं कि छात्र इस स्कीम की तरफ तेजी से क्यों आकर्षित हो रहे हैं.

छात्रों को मिलेगा मृदा स्वास्थ्य कार्ड

केंद्र सरकार की इस योजना के तहत छात्रों को मिट्टी जांच करने के बाद उन्हें एक मृदा स्वास्थ्य कार्ड(soil health card) दिया जाएगा, जिसकी मदद से वह इस बात का सरलता से पता लगा सकते हैं कि फसल से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए किन-किन चीजों की आवश्यकता होगी. इस तरीके से खेत में खाद-उर्वरकों का संतुलित मात्रा में इस्तेमाल किया जाएगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र सरकार के अभियान के तहत हरियाणा सरकार “हर खेत स्वस्थ खेत अभियानके माध्यम से राज्य के छात्रों के लिए 4 साल में राज्य से 75 लाख मिट्टी के सैंपल जमा करने का लक्ष्य तय किया है. इस कार्य के लिए भारी संख्या में स्कूल और कॉलेज के स्टूडेंट खुद से जुड़ने के लिए सामने आ रहे हैं. क्योंकि इसमें उन्हें कुछ नया सीखने के साथ-साथ उनका खर्च भी सरलता से निकल जायेगा. यानी कि वह इस अभियान से कमाई भी कर रहे हैं.

युवाओं को मिलेगा रोजगार

सरकार की इस स्कीम के जरिए आज के बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. सरकार के इस प्लान के माध्यम से कोई भी युवा अपना खुद का एक सॉइल टेस्ट लैब बना सकता है, जिसमें 5 लाख रुपए तक की लागत लगती है, जिसमें से सरकार से आपको 3.75 लाख रुपए तक की मदद भी की जाती है. बता दें कि स्वरोजगार स्थापित करने के लिए एग्री बिजनेस-एग्री क्लीनिक स्कीम भी बनाई गई है. जिसमें आपको केंद्र सरकार से 60 प्रतिशत अनुदान और राज्य सरकार से 40 प्रतिशत अनुदान की राशि दी जाती है.

मिट्टी जांच पर पेमेंट

छात्रों को खेत की मिट्टी जांच के लिए हर एक सैंपल पर करीब 40 रुपए तक का स्टाइपेंड दिया जाता है. इसके अलावा सरकार की इस स्कीम में सैंपल इकट्ठा करने से लेकर जांच करने तक और साथ ही सॉइल हेल्थ कार्ड (Soil Health Card) जारी होने पर 300 रुपए हर एक सैंपल पर दिए जाते हैं.

ऐसे खोले सॉइल टेस्ट लैब

अगर आप भी अपना खुद का सॉइल टेस्ट लैब खोलना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको अपने नजदीकी कृषि विभाग के अधिकारियों से संपर्क करना होगा. 

English Summary: Agri Innovation School-college students are earning from this work of farming, know the details of the government's campaign Published on: 20 December 2022, 01:47 PM IST

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