पंतनगर विश्वविद्यालय तथा भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के पेट्रोलियम संरक्षण एवं अनुसंधान संघ (पीसीआरए), के बीच पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. ए.के मिश्रा की उपस्थिति में प्रशासनिक भवन स्थित कुलपति के सभागार में एक समझौते (एम.ओ.यू) पर हस्ताक्षर किये गये, जिसके अन्तर्गत कृषि में ईंधन संरक्षण कर मिलकर कार्य किया जाएगा। समझौते पर विश्वविद्यालय की ओर से निदेशक शोध, डॉ. एस.एन तिवारी एवं पीसीआरए की ओर से मुख्य क्षेत्रीय समन्वयक एवं निदेशक नवीन गुलाठी ने अन्य अधिकारियों के साथ हस्ताक्षर किए।
इस समझौता ज्ञापन के तहत दोनों संस्थान विश्वविद्यालय फार्म, विश्वविद्यालय के विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्रों तथा विभिन्न शोध केन्द्रों में प्रयोग होने वाले ट्रैक्टर तथा कृषि मशीनरी में प्रयुक्त होने वाले प्राइम मूवर में डीजल की खपत कम करने की दिशा में संयुक्त रूप से कार्य करेंगे, जिससे ईंधन की बचत होगी। इसके लिए पीसीआरए ईंधन की बचत से संबंधित जानकारी और प्रशिक्षण प्राप्त कराएगा। इस समझौते पर कार्य करने हेतु विश्वविद्यालय की ओर से विश्वविद्यालय के संयुक्त निदेशक शोध, डॉ. आर.एन पटेरिया समन्वयक का कार्य करेंगे। डॉ. पटेरिया ने बताया कि इस समझौते के अंतर्गत पीसीआरए कृषि कार्यशालाओं एवं किसान मेलों के माध्यम से किसानों को प्रशिक्षित करेगा। इसका सीधा असर कृषि लागत को कम करने में होगा और प्रति हैक्टेयर आमदनी में वृद्धि होगी। यह पहल किसानों की आय दोगुनी करने में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इस संयुक्त सहयोग से डीजल खपत और धन की बचत ही नहीं होगी अपितु वर्तमान एवं भविष्य में बाजारों में आने वाले ईंधन-कुशल उपकरण व उत्पादों को किसानों द्वारा अपनाने में भी सहायता मिलेगी।
इस अवसर पर पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के संयुक्त निदेशक एवं प्रदेश समन्वयक (देहरादून), नीरज गुप्ता के अतिरिक्त विश्वविद्यालय के निदेशक शोध, डॉ. एस.एन. तिवारी; अधिष्ठाता प्रौद्योगिकी, डॉ. एच.सी शर्मा तथा संयुक्त निदेशक शोध, डॉ. डी.वी. सिंह भी उपस्थित थे।
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