कृषि जागरण देश का एकमात्र ऐसा मीडिया हाउस है जो कि ग्रामीण क्षेत्र के लिए मुख्य तौर पर काम करता है. आपको बता दें वर्ष 1996 में शुरू हुआ कृषि जागरण जो अपने शुरूआती दिनों में हिंदी भाषा में पब्लिश होता था अब पूरे देश में अपनी पकड़ बना चुका है. कृषि जागरण देश की 12 भाषाओ में प्रकाशित होता है. यह भाषाए हिंदी, इंग्लिश, पंजाबी, गुजराती, मराठी, ओडिया, असमिया, तेलेगु, तमिल, मलयालम और कन्नड भाषा में इसकी पत्रिकाए प्रकाशित हो रही है. जिनके माध्यम से किसानों को कई तरीके से फायदा मिल रहा है. कृषि जागरण अपनी पत्रिकाओं के माध्यम से देश के 12 लाख से अधिक किसानों तक पहुँच रहा है. जैसे-जैसे अब डिजिटलीकारन होता जहा रहा है
उसी प्रकार से कृषि जागरण भी अपने पाठको को डिजिटल सुविधाए उपलब्ध करता जा रहा है. कृषि जागरण इस दिशा में तेजी से कदम बढ़ाते हुए ५ भाषाओँ में अपने न्यूज़ पोर्टल लॉन्च कर चुका है. कृषि जागरण पोर्टल हिंदी, इंग्लिश, मराठी, मलयालम और बंगाली भाषा में उपलब्ध है. परन्तु आज कृषि जागरण ने इसमें एक और कदम बढ़ा लिया है. आज अपने मुख्य कार्यालय पर कृषि जागरण ने डिजिटलीकरण को बढावा देते हुए एक और भाषा तमिल में अपना न्यूज़ पोर्टल लांच कर दिया है. तमिल पोर्टल का लॉन्च कृषि जागरण के समस्त स्टाफ की उपस्थिति में मुख्य अतिथि भारतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान के जॉइंट डायरेक्टर (एक्सटेंशन) डॉ. जे.पी.मिश्रा द्वारा किया गया. इस मौके पर डॉ. जेपी शर्मा ने कृषि क्षेत्र में तकनीकों को बढ़ावा देने में मीडिया की क्या भूमिका है इस पर प्रकाश डाला. उन्होंने कृषि जागरण को किसानों के प्रति सेवा करने के लिए शुभकामानाएं दी. उन्होंने कहा कि संस्थान किसानों को उद्यमी बनाने पर तो ध्यान दे ही रही है साथ उनकी आय में इजाफा करने के लिए किसानों को मार्केटिंग की ओर भी आकर्षित कर रही है.इसके लिए भारतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान ने किसानो के लिए कई योजनाए भी तैयार की हैं. सरकार भी इसके लिए कार्य कर रही है.
इस मौके पर कृषि जागरण में एडिटर इन चीफ एम.सी.डोमिनिक ने कृषि जागरण के २३ सालों के सफ़र पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि कृषि जागरण जिस तरह से २३ सालों से देश के किसान समुदाए की सेवा करता आया है इसी तरह से कृषि जागरण किसानों की सेवा करता रहेगा. कृषि जागरण के वाईस प्रेसिडेंट(स्पेशल इनिशिएटिव) चंदरमोहन ने सभी का धन्यवाद करते हुए कार्यक्रम को समाप्त किया. इस मौके पर फरहा खान, मार्केटिंग हेड कृषि जागरण, जाने-माने कृषि लेखक गंगाशरण सैनी, संजय कुमार, हेड ऑपरेशंस, कृषि जागरण, चंदरमोहन, वाईस प्रेसिडेंट, कृषि जागरण, निशांत टाक, हेड सर्कुलेशन, डॉ. संगीता सोई और कृषि जागरण की समस्त टीम मौजूद रही.
Share your comments