इसके बारे में फिलहाल तो ज्यादा कुछ टीका-टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है कि कोरोना का कहर (Wave of corona virus) किस कदर लोगों को अपने आगोश में लेने पर आमादा हो चुका है. कोरोना के रौद्र रूप को देखकर ऐसा कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर पहली लहर से भी ज्यादा घातक साबित हो सकती है, लिहाजा कोरोना के बढ़ते कहर पर ब्रेक लगाने के लिए सरकार अपनी तरफ से हर मुमकिन कोशिश में जुट चुकी है.
कहीं नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) लगाने का सिलसिला जारी है, तो कहीं वीकेंडली लॉकडाउन (Lockdown) जारी है. अब ऐसे में लगातार लोगों को इस बात का डर सता रहा है की कहीं संपूर्ण लॉकडाउन न लग जाए, लेकिन फिलहाल तो इसे लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है, अभी तो महज इसे लेकर कयासों का सिलसिला ही जारी है, लेकिन इस बीच डब्लूएचओ (WHO) की तरफ से ऐसा वीडियो लगातार वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि 15 अप्रैल के बाद से भारत में कोरोना वायरस की गिरफ्त में आकर हर रोज 50 हजार मौतें होंगी.
वहीं, जब यह वीडियो लगातार तेजी से वायरल होता चला गया, तो लोग खौफजदा होते चले गए, लेकिन जब एएनआई (ANI) ने डब्लूएचओ द्वारा जारी किए गए इस वीडियो की हकीकत की पड़ताल की, तो पता चला कि ऐसा कोई भी वीडियो डब्लूएचओ की तरफ से जारी नहीं किया गया है, जिसमें यह दावा किया गया हो कि 15 अप्रैल के बाद भारत में रोजाना 50 हजार से अधिक मौतें होंगी. इस वीडियों की मुकम्मल पड़ताल करने के बाद ANI ने खुद अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी पुष्टि की है.
A video claiming WHO has warned of 50,000 #COVID19 deaths in India by 15 April is fake news. WHO has not issued any such warning: World Health Organization Regional Office for South-East Asia (SEARO) pic.twitter.com/zH1UFVNe2G
— ANI (@ANI) April 6, 2021
डरानेवाले हैं ताजा हालात
वहीं, अगर भारत में कोरोना वायरस (Corona virus in india) के मौजूदा हालात की बात करें, तो पिछले कुछ दिनों से देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना के मामलों में इजाफा हो रहा है. इतना ही नहीं, दिल्ली में हालात अब इस कदर गंभीर हो चुके हैं कि रोजाना 4 हजार मामले सामने आ रहे हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए राजधानी में आज नाइट कर्फ्यू भी लगा दिया गया है. उधर, कई राज्यों में साप्ताहिक लॉकडाउन का सिलसिला शुरू हो चुका है. खैर, यह तो रही राजधानी दिल्ली के ताजा हालात की बातें, लेकिन अभी एएनआई की इस आधिकारिक पुष्टि के बाद लोग राहत की सांस ले रहे हैं.
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