प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त यानी आज स्वतंत्रता दिवस के भाषण में वसुधैव कुटुंबकम (वैश्विक परिवार) के सिद्धांत के प्रति भारत की प्रतिबद्धता और विश्वमित्र के समान दुनिया के मित्र के रूप में इसके उद्भव का जश्न मनाया. उन्होंने वैश्विक कल्याण की दिशा में भारत की प्रगति पर प्रकाश डाला, जिसे उन्होंने विश्वमंगल कहा. उन्होंने देश के किसान भाइयों से लेकर इलेक्ट्रिक बसें, गांवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी, सेमीकंडक्टर विनिर्माण और नैनो यूरिया जैसे नवाचारों पर जोर दिया.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री ने लाल किले पर देश को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार बहुत जल्द ही 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य तय करेगी. इसके अलावा उन्होंने लखपति दीदी क्या है और कैसे इस पर कार्य किया जाएगा. इसकी जानकारी खुद उन्होंने दी.
क्या है ‘लखपति दीदी योजना’
‘लखपति दीदी योजना’ देश की महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली एक बेहतरीन स्कीम है, जिससे जुड़कर महिलाओं को अधिक लाभ प्राप्त होगा. लखपति दीदी योजना में महिलाओं को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने पर अधिक जोर दिया जाएगा. दरअसल, यह एक तरह से स्वयं सहायता समूह है.
मिली जानकारी के मुताबिक, सरकार की इस योजना में कम से कम देश की 15,000 महिलाओं को सेल्फ हेल्प ग्रुप को ड्रोन चलाने की सुचारू रूप से ट्रेनिंग मिलेगी. इसके अलावा इन महिलाओं को ड्रोन से जुड़े अन्य कार्य को भी सिखाया जाएगा. ताकि वह अपना खुद का एक रोजगार प्राप्त कर सके और आत्मनिर्भर बन सकें.
अब मेरा सपना गांवों में 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने का है.
— BJP (@BJP4India) August 15, 2023
इसके लिए हमने एक नई योजना शुरू करने का फैसला किया है, जिसमें स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ड्रोन चलाने और मरम्मत करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
यह ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाएगा और देश के कृषि-तकनीक क्षेत्र को मजबूत… pic.twitter.com/eKaHPsKw0N
10 लाख करोड़ की यूरिया सब्सिडी
जनता को संबोधित करते समय पीएम मोदी ने कहा कि पहले गरीबों के घर बनाने में 90 हजार करोड़ रुपये खर्च होते थे. लेकिन आज के समय में यह 4 गुना तक बढ़ गया है और गरीबों के घर बनाने के लिए 4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए जा रहे हैं. आगे उन्होंने बताया कि यूरिया की जो बोरियां जो कम कीमत पर बिकती हैं.
वहीं कुछ वैश्विक बाजारों में किसानों को 3,000 रुपये से अधिक में यह बोरियां दी जाती है. "यूरिया की जो बोरियां कुछ वैश्विक बाजारों में 3,000 रुपये में बिकती हैं, हम अपने किसानों को 300 रुपये में उपलब्ध कराते हैं, और इसलिए सरकार हमारे किसानों के लिए यूरिया पर 10 लाख करोड़ रुपये की सब्सिडी प्रदान कर रही है."
13.5 करोड़ लोग गरीबी की जंजीरें तोड़कर नए मध्यम वर्ग में किया प्रवेश
भाजपा सरकार के 5 साल के एक कार्यकाल में देशभर के 13.5 करोड़ गरीब लोग गरीबी की जंजीरों से मुक्त होकर मध्यम वर्ग में आ चुके हैं. पीएम ने कहा कि आवास योजनाओं से लेकर पीएम स्वनिधि योजना (PM Swanidhi Scheme) के माध्यम से स्ट्रीट वेंडरों के लिए 50,000 करोड़ रुपये का प्रावधान और ऐसी ही कई अन्य योजनाओं ने इन 13.5 करोड़ लोगों को गरीबी की कठिनाइयों से ऊपर उठने में सहायता की है.
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