भारत में धान की खेती (Paddy Cultivation) बहुत बड़े स्तर पर की जाती है. देश के अलग-अलग हिस्सों में कई तरह की किस्मों की बुवाई करके किसान धान उगाते हैं, जिसकी शुरूआत नर्सरी से की जाती है. इसके साथ ही किसान को धान की निराई-गुड़ाई और खरपतवार को हटाने में अधिक संख्या में मजदूरों की ज़रूरत पड़ती है.
सभी जानते हैं कि मौजूदा समय में देश के क्या हालात हैं. ऐसे में धान की खेती कर रहे किसानों के लिए पैडी वीडर कृषि उपकरण (Paddy Weeder Agricultural Machine) बहुत काम आएगा.
इस कृषि उपकरण द्वारा आसानी से खरपतवार को हटाया जा सकता है, साथ ही मजदूरों को देने वाली लागत को भी बचाया जा सकता है. बता दें कि धान की खेती में सबसे ज्यादा समय खरपतवार हटाने और निराई-गुड़ाई जैसे कार्यों में लगता है.
ऐसे में किसान पैडी वीडर उपकरण को अपनाकर समय की बचत कर सकते हैं, साथ ही खेत की निराई-गुड़ाई का काम भी कर सकते हैं. इस कृषि यंत्र को चलाना बहुत आसान होता है.
क्या होता है पैडी वीडर (What is paddy weeder)
यह कृषि उपकरण वजन में काफी हल्का होता है. इस उपकरण को एक व्यक्ति आसानी से चला सकता है. इससे पानी भरे खेत में थोड़ा आगे-पीछे करके धान की 2 कतारों के बीच चलाया जाता है.
इस तरह खरपतवार के छोटे-छोटे टुकड़े हो जाते हैं और वह कीचड़ में मिल जाते हैं और धान के पौधों में मिट्टी चढ़ाने की प्रक्रिया पूरी जाती है. इसके साथ ही धान की जड़ के आस-पास की ज़मीन कुरेदी रहती है, जिससे धान की पैदावार में तेजी से होती है.
यूपी के किसानों के लिए लाभकारी है पैडी वीडर (Paddy weeder is beneficial for UP farmers)
कृषि वैज्ञानिकों की मानें, तो यूपी के किसानों को धान की खेती में इस यंत्र का उपयोग करना चाहिए. बता दें कि यह यंत्र यूपी के कई जिलों जैसे लखनऊ, अंबेडकर नगर और उन्नाव आदि में आसानी से मिल जाता है.
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इसकी कीमत 1,500 रुपए के आस-पास होती है. अगर सरकारी तौर पर पैडी वीडर को खरीदा जाए, तो यह 1,800 से 2000 रुपए तक का मिलता है. खास बात है कि इस कृषि यंत्र पर सरकार द्वारा 50 प्रतिशत सब्सिडी भी दी जाती है.
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