कृषि यंत्रों का उपयोग एक सीमित अवधि में होता है और बाद में इनको रखना पड़ता है. वर्तमान युग में देश की तीव्र गति से बढ़ती जनसंख्या एवं महंगाई में किसान भाइयों को अपने कृषि यंत्रों के सही प्रयोग के साथ देखभाल एवं रखरखाव के बारे में सही जानकारी होना अति आवश्यक है जिससे कृषि यंत्रों को अधिक समय तक उपयोग करके कृषि उपज को बढ़ा सकें, साथ ही साथ कृषि उत्पादन लागत पर नियंत्रण करके अधिक लाभ कमा सके तथा उचित देखभाल एवं रखरखाव करके कृषि यंत्रों को खराब होने से बचा सकें.
कृषि यंत्रों को प्रयोग करने से पहले की तैयारी (Preparation before use of agricultural machinery)
कृषि यंत्रों के हर भाग का निरीक्षण करना चाहिए. यदि कोई नट-बोल्ट या पूर्जा टूटा हुआ है या अपनी ठीक जगह या ठीक प्रकार से नहीं लगा है तो उसको बदलना चाहिए या मरम्मत या कसाव जो भी आवश्यक हो करनी चाहिए. कृषि यंत्रों के जो भाग घिस गए हैं, उनमें धार लगा लेनी चाहिए.
कृषि यंत्रों के उचित गति से कार्य करने के लिए यंत्र में आवश्यक समायोजन यानि एडजैस्टमेंट कर लेना चाहिए जिससे बेल्ट आदि का तनाव ठीक रहे और यंत्र सुचारु रुप से कार्य करे.
बीज एवं उर्वरक बुआई यंत्र तथा फसल सुरक्षा यंत्रों आदि का परीक्षण के अंतर्गत कैलिब्रिशन करके समायोजन कर लेना चाहिए जिससे उचित मात्रा में बीज एवं उर्वरक डाली जा सके.
ट्रैक्टर के ब्रेक, तेल का स्तर, फिल्टर आदि को आवश्यकतानुसार ठीक-ठाक कर लेना चाहिए तथा समय-समय पर निरीक्षण करना चाहिए.
कृषि यंत्रों के प्रयोग के बाद रख-रखाव एवं भंडारण (Maintenance and storage of agricultural machinery after use)
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कृषि यंत्रों को प्रयोग करने के बाद ठीक ढंग से साफ करना चाहिए ताकि धूल, मिट्टी आदि निकल जाए.
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कृषि यंत्रों को प्रयोग करने के बाद अच्छी तरह धोना चाहिए. यदि आवश्यक हो तो मिट्टी तेल का प्रयोग करें.
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कृषि यंत्रों के ऊपर पानी सूख जाने के बाद उसके घूमने वाले भाग को ग्रीस से लुब्रिकेट करना चाहिए.
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कृषि यंत्रों के ऐसे भाग जो उर्वरक एवं मिट्टी के संपर्क में आते हों, उन्हें अच्छी तरह से साफ करना चाहिए.
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कृषि यंत्रों के कल-पूर्जों जैसे - नट बोल्ट, चैन, स्प्रोकेट, की, गियर आदि को अच्छी तरह से चेक कर लें. यदि नट-बोल्ट ढीले हों तो कस देना चाहिए.
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कृषि यंत्रों में रबर के पहिए लगे हों तो उनका दबाव चैक करना न भूले उन्हें अनुमोदित दबाव पर ही रखें.
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सभी प्रकार के स्प्रेयर के नोजिल के छिद्र अच्छी तरह से साफ कर लें एवं दवाई टैंक को धोकर रखें जिससे जंग इत्यादि न लगे.
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जिन कृषि यंत्रों पर पेंट इत्यादि उतर गया है तो उन पर पेंट या ग्रीस करने से यंत्र को लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है.
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पाइपों या तारों को लपेटकर अथवा बांधकर रखें जिससे कटने से उन्हें बचाया जा सके.
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बिजली की मोटर पर पानी न गिरे इसलिए मोटर क शैड के नीचे रखे.
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चारा काटने वाली मशीन के पहिए में स्टैण्ड के साथ ताला लगाकर रखें इससे दुर्घटना नहीं होगी.अगर किसान भाई इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए कृषि यंत्रों की देखभाल एवं रखरखाव करते हैं तो निश्चित रुप से उपलब्ध कृषि यंत्रों से कई वर्षों तक कार्य कर सकते हैं और आर्थिक लाभ कमा सकते हैं.
लेखक : रणबीर सिंह, डॉ. आदर्श कुमार और डॉ. पी.के.साहू
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