मौसम का बदलाव अपने साथ कई तरह की बीमारियों को लाता है. जिनमें वायरल फीवर, डेंगू और चिकनगुनिया जैसे बुखार हैं. ये बुखार मौसम में बदलाव आने के बाद लोगों को तेजी से अपनी गिरफ्त लेते है. इसके हो जाने के बाद से व्यक्ति की बल्ड सेल्स तेजी से गिरनी शुरू हो जाते है. ऐसे में इन बुखारों की लक्षण पहचानकर सही वक़्त पर डॉक्टर से इलाज करवाना बहुत आवश्यक है. बताते चले कि लोग अंग्रेजी दवाओं के साथ-साथ इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए कुछ देसी नुस्खे को भी अपनाते है तो आइए आज हम आपकों कुछ ऐसे देसी नुस्खों के बारे में बताते है जिनका इस्तेमाल करके आप इन समस्याओं से आसानी से निजात पा सकते है -
बीमारी के लक्षण
- तेज बुखार का होना
- मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द होना
- सिर में दर्द
- आंखों में दर्द का होना
- उल्टी- दस्त होना
- जी मचलना
- त्वचा पर लाल रंग के दाने का होना
तुलसी की पत्तियां
तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है. लोग इसे अपने घर के आँगन, दरवाजे पर या बाग में लगाते हैं. तुलसी का पौधा पवित्र पौधा होने के साथ-साथ कई औषिधीय गुणों से भी युक्त होता है. इसकी पत्तियां डेंगू बुखार में बहुत फायदेमंद होती है. 1 गिलास पानी में 8 तुलसी की पत्तियां और 4 काली मिर्च डालकर उबालकर दिन में 2 बार सेवन करने से फीवर से आसानी से निजात मिल जाता है.
पपीते के पत्ते
डेंगू बुखार के वजह से कम हुए प्लेटलेट्स सेल्स को बढ़ाने के लिए पपीते के पत्तो का सेवन करना काफी लाभदायक होता है. विशेषज्ञों के अनुसार पपीते के पत्ते प्लेटलेट्स को तेजी से बढ़ाने का काम करते हैं.
मेथी के पत्ते
मेथी के पत्तों का भी सेवन करने से फीवर जल्दी से उतरता है. इसके साथ ही रोगी को दर्द से भी राहत मिलती है और राहत भरी नींद आती है. इसका सेवन आप पानी में कुछ समय भिगोकर या फिर पीसकर कर सकते हैं.
विवेक राय, कृषि जागरण
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