आज के दौर में कई लोग बिनाइन ट्यूमर के बारे में नहीं जानने होंगे. दरअसल, ट्यूमर असामान्य कोशिकाओं के समूह होते हैं. यह गांठ के रूप में विकसित होते हैं. ट्यूमर कैंसरयुक्त हो भी सकता है और नहीं भी. ऐसें में कहे सकते हैं कि सारे ट्यूमर खतरनाक नहीं होते हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि ट्यूमर 2 तरह के होते हैं. पहला मलिगनेंट ट्यूमर (कैंसरयुक्त ट्यूमर) और दूसरा बिनाइन ट्यूमर.
बिनाइन ट्यूमर (Benign Tumor)
यह कोशिकाओं का एक समूह है, जो अपनी उत्पत्ति की जगह से आगे नहीं फैलता है. इस ट्यूमर का असर शरीर के दूसरे अंगों पर नहीं पड़ता है. मगर इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह खतरनाक भी हो सकता है.
बिनाइन ट्यूमर के कारण (Due to Benign Tumor)
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संक्रमण
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सूजन
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तनाव
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रेडिएशन आदि के संपर्क में आने से
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शरीर के किसी अंग में चोट
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आनुवंशिक कारण
बिनाइन ट्यूमर के लक्षण (Symptoms of Benign Tumors)
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सिर दर्द
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बेचैनी
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वजन कम होना
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ठंड लगना
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भूख न लगना
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बुखार
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रात में सोते समय पसीना आना
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नजर में दिक्कत
बिनाइन ट्यूमर का पता कैसे चलता है? (How are Benign Tumors Detected?)
अगर शरीर में बिनाइन ट्यूमर का पता लगाना होता है, तो डॉक्टर कुछ जांच कराने के लिए कह सकते हैं. इसमें एक्स-रे, सीटी स्कैन, एमआरआई स्कैन और मैमोग्राम्स शामिल हैं.
बिनाइन ट्यूमर का उपचार (Treatment of Benign Tumors)
इस ट्यूमर का उपचार सर्जरी के जरिए किया जा सकता है. बता दें कि डॉक्टर सर्जरी के जरिए आस-पास के अंगों को बिना नुकसान पहुंचाए ट्यूमर को काटकर निकाल देते हैं.
शरीर में कहां-कहां हो सकता है बिनाइन ट्यूमर? (Where in the body can there be Benign Tumors?)
विशेषज्ञ का कहना है कि मस्तिष्क, गर्दन, नाक, पेट, फेफड़े, ब्रेस्ट समेत शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है. अगर आप शरीर के किसी हिस्से में असहज महसूस करते हैं, तो सबसे पहले डॉक्टर से जरूर जांच करवा लें.
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