1. Home
  2. लाइफ स्टाइल

Silent killer Diseases: इन साइलेंट किलर बीमारियों से बच कर रहे महिलाएं

साइलेंट किलर रोग उन बीमारियों को कहते हैं जिनके कोई स्पष्ट लक्षण या संकेत नहीं मिलते हैं. कुछ साइलेंट किलर बीमारियां ऐसी हैं जो पुरुषों की तुलना में महिलाओं पर अधिक प्रभाव डालती हैं. आइये इन पर एक नजर डालते हैं.

अनामिका प्रीतम
महिलाओं में होने वाली साइलेंट किलर बीमारियां
महिलाओं में होने वाली साइलेंट किलर बीमारियां

साइलेंट-किलर बीमारियों में कोई लक्षण नहीं दिखाई देता है या फिर एकदम ना के बराबर लक्षण नजर आते हैं. लेकिन अगर आप इसका सही समय पर इलाज नहीं करवाते हैं तो ये उतना ही जानलेवा और खतरनाक हो जाता है. कुछ ऐसी साइलेंट किलर बीमारियां हैं जो खासकर महिलाओं में ज्यादा आम हैं. इसमें स्लीप एपनियाकैंसर हृदय रोगमधुमेह और उच्च रक्तचाप आदि शामिल हैं. ऐसे में चलिए महिलाओं में होने वाली कुछ साइलेंट-किलर बीमारियों के बारे में जानते हैं.

स्लीप एपनिया

स्लीप एपनिया एक गंभीर स्लीप डिसऑर्डर है जिसमें बार-बार सांस रुक जाती है और शुरू हो जाती है. यदि महिलाएं अधिक वजन वाली हैं या मेनोपॉज से गुजर रही हैं तो महिलाओं में स्लीप एपनिया विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है. स्लीप एपनिया के लक्षणों में सुबह का सिरदर्दचिड़चिड़ापननींद के दौरान हवा के लिए हांफनाजोर से खर्राटे लेना या दिन में अत्यधिक नींद आना शामिल हैं. स्लीप एपनिया ऑक्सीजन के स्तर में अचानक गिरावट का कारण बन सकता है जो हृदय प्रणाली को तनाव देता है. यह आपके इंसुलिन प्रतिरोध और चयापचय सिंड्रोम के विकास के जोखिम को भी बढ़ा सकता है.

एनीमिया

एनीमिया या आयरन की कमी एक ऐसी स्थिति है जहां हमारे रक्त में पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है. इसके लक्षणों में अत्यधिक थकानपीली त्वचासिरदर्दसीने में दर्दसांस की तकलीफकमजोरीभंगुर नाखूनभूख और असामान्य लालसा शामिल हैं. लगातार रक्तदान करने वालोंशाकाहारियों और बच्चों के साथ-साथ महिलाओं को मासिक धर्म और गर्भावस्था के दौरान खून की कमी के कारण एनीमिया होने का अधिक खतरा होता है.

आयरन युक्त भोजन जैसे खुबानीआयरन-फोर्टिफाइड अनाजमटरबीन्ससमुद्री भोजन और पोल्ट्री का सेवन करके एनीमिया को रोका जा सकता है. विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने से हमारे शरीर में आयरन को अवशोषित करने की क्षमता भी बढ़ सकती है. आयरन की गंभीर कमी के मामले मेंडॉक्टर अपने रोगियों को आयरन सप्लीमेंट भी देते हैं.

ओवेरियन कैंसर

ओवेरियन कैंसर एक प्रकार का कैंसर है ओवेरियन कैंसर से तात्पर्य उन कोशिकाओं के तेजी से विकास से है जो अंडाशय में बनती हैं. ये बीमारी हर साल भारत में करीब दस लाख महिलाओं को प्रभावित करती है. यह अक्सर तब तक पता नहीं चलता जब तक कि यह श्रोणि और पेट के भीतर फैल न जाए. आमतौर पर शुरुआती चरणों में इसका कोई लक्षण नहीं होता है और बाद के चरण में यह घातक हो जाता है. ओवेरियन कैंसर के लक्षणों में थकानपीठ दर्दकब्जबार-बार पेशाब आनापेट फूलना या सूजन और तेजी से वजन कम होना शामिल हैं. इस कैंसर का सबसे ज्यादा होने का जोखिम वृद्ध महिलाओंअधिक वजन वाली या मोटापे से ग्रस्त महिलाओंएंडोमेट्रियोसिस वाली महिलाओंकभी गर्भवती नहीं होने वाली महिलाओं और ओवेरियन कैंसर के पारिवारिक इतिहास वाली महिलाओं में अधिक होता है.

ये भी पढ़ेंः थायरॉयड से बचने के जरूरी रामबाण नुस्खे

उच्च रक्तचाप

उच्च रक्तचाप दिल का दौरास्ट्रोक और अन्य हृदय रोगों के जोखिम को बढ़ा सकता है. उच्च रक्तचाप के उपचार और रोकथाम में धूम्रपान न करनानियमित व्यायाम करना और पौष्टिक और स्वस्थ भोजन करना शामिल है. बहुत बार उच्च रक्तचाप वाले लोगों में कोई लक्षण नहीं दिखाई देता है भले ही उनका रक्तचाप खतरनाक रूप से बढ़ा हुआ हो. महिलाओं में 60 के दशक के अंत में उच्च रक्तचाप विकसित होने की संभावना होती है. जब आप अधिक वजन वाले होते हैंनियमित रूप से व्यायाम नहीं करते हैंतम्बाकू या धूम्रपान करते हैंबहुत अधिक नमक खाते हैंपर्याप्त पोटेशियम का सेवन नहीं करते हैंया बहुत अधिक शराब पीते हैंतो आप में उच्च रक्तचाप होने का खतरा बढ़ जाता है.

English Summary: Silent killer Diseases: Women are avoiding these 4 silent killer diseases Published on: 29 March 2023, 04:48 PM IST

Like this article?

Hey! I am अनामिका प्रीतम . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News