Migraine: हम सभी अपने कामों में इतना मशरुफ रहते है कि हम अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पाते हैं. चाहे वे घर के काम हो या दफ्तर में काम हो. किसी न किसी काम को करते रहते हैं. अब ये व्यवस्तता ही हमारे सेहत के लिए हानिकारक होती जाती है. आपकों बता दें कि वर्तमान समय में बच्चा हो या बड़ा हो या बुजुर्ग हो सभी किसी न किसी बात से चिंतित रहते है. अब यहीं चिंता अगर एक बीमारी के रुप में आ जाए तो हम उसे ठीक करने के लिए डॉक्टर से जांच कराते है या उनसे परामर्श करते है. जब तक हम बीमार नहीं होते है तब तक हमारा ध्यान सिर्फ काम पर रहता है. न कि अपनी सेहत पर है.
खैर आज हम आपकों बताने जा रहे है कि दौड़ती भागती जिंदगी में हम काम करके थक जाते है. अब जब थक जाते है तो सिर दर्द भी आम बात है. लेकिन लगातार सिरदर्द माइग्रेन का लक्षण होता है. जो कि थकान, नींद पूरी न होने जैसी कई सारी समस्याएं होती है.
दिमाग की नसों में नर्व फाइबर एक्टिव हो जाती है जिस कारण माइग्रेन की समस्या होने लगती है. कभी-कभी माइग्रेन के कारण सिरदर्द के साथ नाक से खून भी आ सकता है. आपकों बताते चले कि माइग्रेन भी दो प्रकार के होते है. 1. माइग्रेन विद ऑरा (Classic migraine ) 2. माइग्रेन विदआउट ऑरा (Common Migraine).
माइग्रेन विद ऑरा (Classic migraine )
माइग्रेन विद ऑरा के लक्षण में सिरदर्द होने पर व्यक्ति एक घंटे तक परेशान रहता है. इस दौरान व्यक्ति को देखने में समस्या होती है. धुंधलापन, कंफ्यूजन, जी मिचलाना, भूख न लगना और ज्यादा रोशनी, तेज आवाज के कारण सिरदर्द बढ़ना शामिल है.
माइग्रेन विदआउट ऑरा (Common Migraine)
इस प्रकार के माइग्रेन में अचानक सिर दर्द, जी मिचलाना, कभी-कभी एक तरफ अचानक सिरदर्द होना, जी मिचलाना, कंप्यूजन, धुंधला दिखना, मूड बिगड़ना, थकान और रोशनी या तेज आवाज से दर्द बढ़ जाता है.
इन तीन नुस्खों से माइक्रेन करें ठीक
भीगी किशमिश
माना जाता है कि रात में 10-15 किशमिश भिगोकर रख दें. फिर सुबह होने पर इसका सेवन करें. यदि आप 12 हफ्ते तक इसका उपयोग करते है तो आपकी वात के साथ-साथ मौजूद अन्य पित्त कम होता है. माइग्रेन के कुछ लक्षण ये है. जैसे एसिडिटी, जी मिचलाना, एक तरफ सिरददर्द, ज्यादा गर्मी होने पर मूड स्वीगिंग आदि होते हैं.
जीरा-इलायची की चाय
यदि कभी भी आपकों माइग्रेन का दर्द महसूस हो रहा है तो इसके लिए आपको जीरा इलायची की चाय बनाकर पी लें. इसे बनाने की विधि इस प्रकार है जैसे एक गिलास पानी लें फिर अजवाइन, इलायची, जीरा, धनिया के बीज, पुदीना की पत्तियां मिला लें. इसको कुछ समय के लिए पकने दें.
हर्बल टी
घरेलू सामग्री का इस्तेमाल करके 3 मिनट तक उबालें और टेस्टी चाय की चुस्की लें इससे जी मितलाना, तनाव से राहत मिलती है.
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गाय का घी
घरों में अकसर लोग खाने में देशी घी का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन गाय के घी के मुकाबले कोई नहीं है. माइग्रेन वाला व्यक्ति गाय के घी को भोजन में शामिल कर सकता है. दूध में डालकर पी सकता है. नाक में दो बूंद डाल सकता है इससे माइग्रेन में काफी राहत मिलती है.
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