मटकी दाल जिसे आम भाषा में मोठ या मट बीन के नाम से भी जाना जाता है. यह भारतीय घरों में किसी खास त्यौहार के दिन ही बनाई जाती है. रंग में यह ब्राउन कलर की और आकार में आयातकर की होती है. इसके स्वाद की अगर बात करें, तो यह दूसरी दलों से अलग होता है. यह प्रोटीन से भरपूर होती है और हर भारतीय दुकान में आसानी से उपलब्ध हो जाती है. यह इम्युनिटी बढ़ाने में भी सहायक होती है.
मटकी दाल के फ़ायदे(benefits of matki daal)
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मटकी दाल या मोठबीन में फाइबर और जिंक भरपूर मात्रा में होता है, इसलिए यह वजन घटाने में हमारे लिए सहायक होती है.
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इसकी फलियों में विटामिन बी होता है, जो कि हमारे शरीर के पूरे सिस्टम के लिए लाभदायक होता है.
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अगर आप दिल की बीमारी से ग्रसित हैं तो आप मोठ की फलियों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, क्योंकि यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर और हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रितकरती है.
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इन सभी सुझावों के अलावा आपको बता दें कि मटकी दाल पाचनतंत्र के लिए भी बहुत लाभदायक होती है.
मटकी दाल बनने का तरीका
दाल बनाने के तरीकों के बारे में अगर बात करें तो कई तरीके हैं. जैसे कई लोग दाल को उबालकर के बाद तड़का लगाते हैं, लेकिन कई लोग इसे उबालकर सीधा ऐसे ही खाते हैं, लेकिन मोठदाल या मटकी दाल को बनाने से पहले 4 से 5 घंटों के लिए पानी में भिगोना बहुत जरुरी होता है और उसके बाद की विधि अन्य दालों के सामान ही होती है.
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मोठबीन से बना सकते हैं और भी चीज़ें
मोठबीन्स को दाल के आलावा और भी चीजों में उपयोग किया जा सकता है. जैसे परांठे और पुलाव में इसे उपयोग किया जाता है. इससे बनने वाले परांठों की विधि के बारे में अगर बात करें, तो इसे उबालकर आटे में मिला लिया जाता है उसके बाद इसके परांठे बनाए जाते हैं.
बाज़ार में मटकी दाल
वर्तमान समय में मटकी दाल की कीमतों के बारे में अगर बात करें, तो यह आसानी से किसी भी किराने की दुकान पर 60 से 70 रूपये प्रति किलो के भाव पर मिल जाती है.
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