चुकंदर की गणना कंदवाली सब्जियों में की जाती है। इसका प्रयोग सब्जी की अपेक्षा सलाद के रूप में अधिक किया जाता है। यह पौष्टिक होने के कारण हर प्रकार की कमजोरी को दूर करनेवाला, रक्तशोधक व कई बीमारियों में लाभदायक है।
वे महिलाएं, जिन्हें माहवारी में कष्ट होता है, उन्हें अधिक से अधिक कच्चा चुकंदर खाना चाहिए। यह दूध और रक्त बढाता है और माहवाीर में भी लाभ पहुंचाता है।
चुकंदर को काटकर सलाद में प्रयोग करेन या 200 से 250 मिली तक रस पीने या पत्तियों का साग बनाकर खाने से पीलिया रोग ठीक होता है।
चेहरे के दाग-झाइयां, मुंहासे आदि ठीक हो जाते हैं और चेहरा कांतिमय हो जाता है।
चुकंदर के 100 ग्राम रस में 25 ग्राम सिरका मिलाकर बालों की जडों में लगाने से रूसी का नाश होता है और बालों का झडना भी रूक जाता है।
चुकंदर को काटकर सलाद में प्रयोग करने या 200 से 250 मिली तक रस पीने या पत्तियों का साग बनाकर खाने से पीलिया रोग ठीक होता है।
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