बच्चे पेट दर्द जैसी कई समस्याओं से गुजरते हैं जो उनके शारीरिक और मानसिक विकास में बाधा बनते हैं. कई बार ऐसा देखा जाता है कि पेट में कीड़े होते हैं और ये कीड़े प्रजनन के बाद आंतों में अंडे देने लग जाते हैं, जिससे दर्द बढ़ जाता है जोकि बच्चों के पाचन और स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है. यह कीड़े कई प्रकार के होते हैं. जो मौसम के अनुसार होते हैं और दिखाई देते हैं. तो ऐसे में आइए आज हम आपको इन कीड़ों के लक्षण और बचने के कुछ घरेलू उपाय बताते हैं जो आपको इस समस्या से निजात दिलाने में मदद करेंगे-
पेट के कीड़ों के लक्षण
पेट दर्द
वजन घटना
आँखें लाल होना
जीभ का सफेद होना
गले में खरास
शरीर में सूजन
मतली और उल्टी
पेट में कीड़े होने की वजह
सही तरह से पौष्टिक आहार न खाना
गंदे हाथों से खाना
भूख में कमी होना
मक्खियों द्वारा दूषित भोजन का सेवन करना
अधिक दूध उत्पादों का सेवन करना
ज्यादा खट्टी और मीठी चीजें खाना
उड़द की दाल का ज्यादा सेवन करना
दिन में काम नहीं करना और सोना
घर पर दवा बनाने के लिए सामग्री
अनार की जड़ की छाल- 50 ग्राम
पानी - 250 मिली
पलाश के बीज का पाउडर - 5 ग्राम
वावडिंग - 10 ग्राम
बनाने की विधि:
सबसे पहले अनार के पेड़ की छाल को 50 ग्राम की मात्रा में काट लें और इसे छोटे टुकड़े कर लें. फिर 5 ग्राम पलाश के बीज का पाउडर और 10 ग्राम वावडिंग एक लीटर पानी में उबालें. इसे तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए और इसे ठंडा होने दें. फिर 4 दिनों लगातार 50 ग्राम इस पानी का सेवन करें.
एक और तरीका अनार की जड़ की छाल, पलाश के बीज, वावडिंग को मिलाकर काढ़ा बना लें. काढ़े को शहद के साथ भी पी सकते है. फिर इस मिश्रण को रोजाना 4 दिनों तक सेवन करें.
इन चीजों से करें परहेज
बेसन
उड़द
पत्तेदार सब्जियां
आलू
मूली
अरबी और ककड़ी
दूध उत्पादों से बचें
मांसाहारी भोजन से बचें
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