भारत के कई राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है. दिल्ली के कुछ इलाकों में 50 डिग्री सेल्सियस के करीब तापमान पहुंच गया है. ऐसे में हीट स्ट्रोक का खतरा काफी अधिक हो गया है. हॉस्पिटलों में हीट स्ट्रोक से पीड़ित मरीज तेज बुखार के साथ लगातार आ रहे हैं और पिछले 2 से 3 दिनों में डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में डॉक्टरों ने भी लोगों से लू या हीट वेव से सावधान रहने के लिए कहा है. अधिकतर लोग बिना कुछ सोचे समझे एसी वाले कमरे या ऑफिस से निकलकर लू में चले जाते हैं, जो उनके लिए जानलेवा भी हो सकता है. ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है और लंबे समय तक धूप से बचा रहना चाहिए.
होती है नमक और पानी की कमी
डॉक्टरों के मुताबिक, एक व्यक्ति के शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रहता है. मस्तिष्क के हाइपोथैलेमस में थर्मो रेगुलेटरी सेंटर शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने का काम करता है. यदि शरीर के तापमान से वातावरण का तापमान ज्यादा होता है, तो शरीर से पसीना निकलना शुरू हो जाता है. ज्यादा देर धूप में रहने से या अधिक लू लगने से लंबे समय तक पसीना मिकलने लगता है, जिससे शरीर में नमक और पानी की कमी होने लग जाती है.
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लू से हो सकती है ये समस्याएं
ऐसे में हर किसी के लिए पर्याप्त पानी और तरल पदार्थ का सेवन ना करने से डिहाइड्रेशन होना शुरू हो जाता है. लू लगने से हीट इग्जर्शन, सांस और हृदय रोग की समस्याएं खड़ी हो सकती है. यदि किसी व्यक्ति के हीट इग्जर्शन होता है, तो इससे थकान, कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द होना और मांसपेशियों में ऐंठन होने जैसी समस्याएं हो सकती है. इसके अलावा, हीट स्ट्रोक पर होने पर आपको तेज बुखार, बेहोशी और पसीना ना आने जैसी समस्या हो सकती है. अगर इनका समय पर इलाज नहीं किया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकता है.
AC से निकलकर सीधे धूप में जाना खतरनाक
एसी वाले कमरे का तापमान 20 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है और बाहर 48 डिग्री से ज्यादा तापमान है. ऐसे यदि आप कमरे से बाहर आते हैं, तो तापमान में लगभग 24 डिग्री सेल्सियस का अंतर होता है. ठंडे से अचानक तेज गर्म स्थान पर जाने से या फिर देर तक धूप में रहने से आपको हीट स्ट्रोक हो सकता है.
हीट स्ट्रोक से बचाने के उपाय
एसी वाले कमरे से अचानक बाहर निकलने पर हाइपरटेंशन के मरीजों का ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. इससे बचने के लिए बाहर जाने से कुछ देर पहले एसी बंद कर देना चाहिए, जिससे कमरे का तापमान सामान्य हो जाए. हिट स्ट्रोक से बचने के लिए देर तक धूप में रहने से बचे. हो सकें तो दिन के 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक घर से बाहर निकलने से बचें. बाहर जाते वक्त छाता या गमछे को चेहरे पर ढंक लें और थोड़ी-थेड़ी देर बाद पानी पीते रहें. हिट स्ट्रोक से बचने के लिए शिंकजी, लस्सी और छाछ का सेवन करें.
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