आपने कई डाइट के बारे में सुना होगा जैसे वेगन डाइट (Vegan Diet), कीटो डाइट (Ketogenic diet) आदि, लेकिन क्या आपने गोलो डाइट (GOLO Diet) के बारे में सुना है? जी हाँ, आज हम आपको बताने जा रहे हैं गोलो डाइट के बारे में जो इस समय काफी प्रचलन में है. इस नए साल यानी 2020 में इसे खासतौर से कई लोग पसंद कर फॉलो कर रहे हैं. आपको बता दें कि यह डाइट कैलोरी सेवन (calorie intake) को कम करने या पूरे खाद्य समूहों से शुगर की मात्रा (sugar level) को कम करके मेटाबॉलिज़्म को ठीक करने में मदद करती है.
अगर आपके खाने की पाचन प्रक्रिया सही तरह से हो रही हो, तो आप अपना वज़न कम कर सकते हैं. डाइट पर रहने का अक्सर उद्देश्य वज़न कम करना ही होता है और बढ़े हुए वज़न को कम करने के इसी उद्देश्य से ही लोग कई तरह की डाइट करते हैं. गोलो डाइट भी मोटापे को कम करने में मददगार है.
मोटापे के लिए ज़िम्मेदार हो सकते हैं आपके हार्मोन्स
जिस तरह से मोटापे के लिए कुछ हार्मोन ज़िम्मेदार होते हैं, ठीक वैसे ही वज़न कम करने के लिए भी यही हार्मोन्स ज़िम्मेदार हैं. ऐसे में गोलो डाइट आपके मेटाबॉलिज़्म और वज़न में इंसुलिन की मात्रा और ब्लड सर्कुलेशन को ठीक रखती है. इसके साथ ही यह आपकी भूख को भी नियंत्रित रखती है.
गोलो डाइट के पीछे का छिपा कॉन्सेप्ट
अब अगर गोलो डाइट के पीछे छिपे कॉन्सेप्ट की बात करें तो यह आपके इंसुलिन और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखता है. ऐसे में आप अपनी ऊर्जा का बेहतर इस्तेमाल कर सकते हैं, जो बाद में फैट के रूप में स्टोर नहीं होती है.
गोलो डाइट में खा सकते हैं ये चीज़ें
इस गोलो डाइट में आपको कई खाद्य पदार्थ मिलेंगे. इनमें आप मीट, सब्जियां और फल खा सकते हैं. इसका मतलब अगर आप मांसाहारी हैं, तो भी यह डाइट आपके लिए है और शाकाहारी हैं, तो भी आप इसे आसानी से फॉलो कर सकते हैं. इसके तहत आपको इन खाद्य पदार्थों की श्रेणी से एक से दो चीज़ें लेनी होती हैं. ऐसे में आप प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, सब्ज़ियां और फैट, अपनी इस डाइट में शामिल करते हैं.
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