Winter Season Crop: सर्दी के मौसम में ज्यादातर लोगों को गाजर खाना बेहद पसंद होता है. क्योंकि गाजर सर्दी में हमे कई तरह से सुरक्षित रखने में मदद करती है. इसमें स्वास्थ्य से जुड़ी पोषक तत्व मौजूद होते हैं. इसी के चलते गाजर का उपयोग आयुर्वेद में औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. बाजार में कई तरह की गाजर देखने को मिलती है, जिसमें सबसे अधिक काली गाजर की मांग होती है. क्या आप जानते हैं कि काली गाजर हमारे शरीर के लिए कितनी फायदेमंद है और इसमें मौजूद फाइबर व विटामिन हमें लंबे समय तक रोगों से लक्षण में सक्षम बनाते हैं.
बता दें कि काली गाजर में फाइबर से लेकर पोटैशियम, विटामिन-ए, विटामिन-सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. जो कई घातक बीमारियों के लिए लाभदायक है. आइए इसके बारे में यहां विस्तार से जानते हैं...
काली गाजर खाने से दूर होगी ये बीमारियां
डायबिटीज: डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए काले रंग की गाजर सबसे अधिक फायदेमंद होती है. इस गाजर में फेनोलिक कंपाउंड की अच्छी मात्रा होती है. जो शरीर में शुगर लेवल को काफी हद तक कंट्रोल करती है.
वजन कम: वजन कम करने में भी काली गाजर काफी असरदार होती है. इसमें डाइटरी फाइबर और खास पॉलीफेनोल की अच्छी मात्रा पाई जाती हैं. इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर में पाचन क्रिया को सुधारते है और फैट जमने से रोकते हैं. साथ ही इसे मेटाबॉलिज्म प्रोसेस तेज हो जाता है.
दिल की बिमारी: दिल से जुड़ी खतरनाक बीमारियों में काली गाजर बेहद फायदेमंद होती है. इसमें फाइबर और बायोएक्टिव कंपाउंड पाए जाते हैं जो हार्ट के प्रॉब्लम को कंट्रोल करते है साथ ही ये सांस जैसी समस्याओं में दिल को आराम पहुंचाते हैं.
आंखों के लिए फायदेमंद: काले रंग की गाजर में लाल गाजर के मुकाबले करॉटिनाइड्स की मात्रा अधिक होती है. ये कंपाउंड आंखों के लिए बेहद फायदेमंद होता है. काली गाजर का रोजाना सेवन करने से आंखों से जुड़ी परेशानी दूर रहती है.
इम्यून सिस्टम मजबूत: काली गाजर में विटामिन C और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं, जिससे सर्दी-खांसी और अन्य संक्रमणों से बचाव होता है. साथ ही काले गाजर का सेवन आप सूप, सलाद के रूप में कर सकते हैं.
लेखक: नित्या दुबे
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