ज्योतिष शास्त्रों के अलावा अंतरिक्ष विज्ञान में भी सूर्य को सबसे अहम माना गया है. योगशास्त्र में तो साफ-साफ वर्णन है कि कैसे सूर्य नमस्कार करने से शरीर स्वास्थवर्धक एवं एक्टिव होता है. 12 योगासनों को मिलाकर बनाया गया सूर्य नमस्कार वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी कार्डियोवस्कुलर एवं खून का संचार करने में सक्षम है. चलिए आज़ हम आपको बताते हैं कि कैसे आप अपने दैनिक कार्यों में से थोड़ा सा समय निकालकर स्वस्थ जीवन जी सकते हैं.
सकारात्मक्ता का होगा संचारः
गौरतलब है कि सूर्य नमस्कार को हर दिन करने से जीवन में सकारात्मक्ता का संचार होता है. आप सभी तरह के परेशानी, हताशा एवं डिप्रेशन से दूर हो जाते हैं. अगर आपको अच्छी नींद ना आने की शिकायत है तो हर सुबह सूर्य नमस्कार जरूर करें.
पेट की शिकायतों से छुटकाराः
अगर आप पेट की शिकायतों जैसे कब्ज, अपच या पेट-दर्द से परेशान रहते हैं तो आपके लिए सुबह का सूर्य नमस्कार अति लाभदायक है. इसे करने से जहां आपके अंगों की स्ट्रेचिंग होगी, वहीं पाचन तंत्र में सुधार आएगा.
मोटापे से छुटकाराः
हर दिन सूर्य नमस्कार करने से मोटापा सहित अन्य कई तरह की शारारिक परेशानियां दूर होती है. इस आसन को करने से मांसपेशियों में मजबूती आती है और पेट की चर्बी कम होती है.
फेंफडों में आती है मजबूतीः
इस आसन को करने से आपके फेंफड़े में खींचाव आता है और वो अधिक दक्षता के साथ करना शुरू कर देते हैं. तो अगर आपको किसी तरह की सांस की दिक्कत है तो ये आसन आपके लिए सबसे उपयोगी है.
शरीर के अंगों में खुलाव आता हैः
सूर्य नमस्कार करने से आपके अंगों में खुलाव आता है और आप अच्छे से काम कर पाते हैं. शरीर में फ्लेक्सिबल्टी आने के कारण आपको आलस से छुटकारा मिलता है.
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