हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ का बहुत महत्व होता है. इसे न केवल धर्म से जोड़ा गया है बल्कि वनस्पति विज्ञान और आयुर्वेद के अनुसार भी पीपल के पेड़ को कई तरह से फायदेमंद माना जाता है. इस वृक्ष को औषधीय गुणों का भंडार माना जाता है. इसके इस्तेमाल से अस्थमा, गुर्दे, कब्ज, पेट दर्द समेत कईं बीमारियों का इलाज किया जाता है.
अगर आप अस्थमा, खून की कमी, दिल की बीमारी, त्वचा संबंधी रोगों से पीड़ित है तो आपको इन सबसे राहत पाने के लिए पीपल के पत्तों, छालों और उसके फलों का उपयोग शुरू कर देना चाहिए. दरअसल पीपल में ग्लूकोज, एस्टेरिड, मेनोस, फेनेलिक, विटामिन के, और फेटोस्टोरिन जैसे गुण पाए जाते हैं. तो आइए जानते हैं और कौन-कौन से रोगों में पीपल का वृक्ष सहायक होता है.
पीलिया के इलाज में सहायक
जब किसी को पीलिया होता है तो उसको काफी लंबे इलाज से गुजरना होता है और अगर यह ठीक हो जाता है तो कम से कम छह महीने तक अपनी डाइट का पूरी तरह से ध्यान रखा जाता है. पीपल के पत्तों का रस निकालकर उसमें मिश्री मिलाकर सेवन करने से पीलिया खत्म हो जाता है.
दिल की बीमारी का इलाज करे
दिल की बीमारियां जानलेवा होती हैं और यह आपको किसी भी समय चपेट में ले सकती है. आप रातभर पीपल के पत्ते के पेड़ से कोमल पत्तों को भिगोकर रख सकते है और बाद में इसके पानी को दो से तीन बार पी लें. इससे आप हार्ट अटैक से बच सकते है.
डायबिटीज
डायबिटीज एक बेहद ही गंभीर तरह की बीमारी है. इसका कोई इलाज नहीं है. इसको केवल कंट्रोल किया जा सकता है. पीपल का पेड़ डायबिटीज कंट्रोल करने में सहायक होता है. ऐसा इसीलिए क्योंकि यह आपके शुगर को कम करने में बहुत सहायक होता है. इसके लिए आपको पीपल के फल के साथ हरितकी पाउडर मिला लेना चाहिए.
अस्थमा का इलाज
अस्थमा बेहद खतरनाक समस्या है. यह ऑक्सीजन को आपके फेफड़े और शरीर के अन्य अंगों में जाने से रोकती है. आजकल छोटे-बड़े शहरों में प्रदूषण की समस्या बढ़ गई है. पीपल की पत्तियों के पाउडर को दूध के साथ सेवन करने से दमा में राहत मिलती है.
तनाव दूर कर दांतों को मजबूत रखे
पीपल की पत्तियों में कई तरह के विटामिन्स पाए जाते हैं. माना जाता है कि अगर आप पीपल के पत्तों को चबाकर खा लेंगे तो आपको तनाव से मुक्ति मिल जाएगी.
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