Grow Black Pepper At Home: काली मिर्च, जिसे अंग्रेजी में 'ब्लैक पेपर' कहा जाता है. यह एक मसालेदार फल है, जिसमें कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं. काली मिर्च खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ उसमें खुशबू के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. काली मिर्च सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद मानी जाती है, इसके सेवन से पाचन में मदद और सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है. काली मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं, जो शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं. इसे सूखाकर इसका पाउडर बनाकर इस्तेमाल किया जाता है. इसे घर में आसानी से उगाया जा सकता है, जिससे ताजी और शुद्ध काली मिर्च मिलती है.
आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानें, घर पर कैसे उगाएं काली मिर्च का पौधा?
गमला और मिट्टी तैयार करना
सबसे पहले एक मीडियम साइज का गमला लें, जो लगभग 10-12 इंच गहरा हो. इसमें अच्छी जल निकासी के छेद होने चाहिए ताकि अतिरिक्त पानी आसानी से बाहर निकल सके और मिट्टी में ज्यादा नमी न हो. अब गमले में मिट्टी, रेत और वर्मी कंपोस्ट मिलाकर मिट्टी तैयार करें. वर्मी कंपोस्ट पौधे को पोषक तत्व देने के लिए बहुत फायदेमंद होता है और यह मिट्टी को उपजाऊ बनाता है. मिट्टी तैयार करने के बाद ऊपर से हल्का पानी डालें, जिससे मिट्टी गीली हो जाए.
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बीज का चयन और बोने की विधि
बाजार से बीज खरीदते समय ध्यान रखें कि बीज ताजे और उच्च गुणवत्ता वाले हों. बीज को तैयार गमले की मिट्टी में बोने से पहले, मिट्टी को हल्का गीला कर लें. अब बीज को 1-2 सेंटीमीटर गहराई में डालें और हल्के हाथ से मिट्टी से ढक दें. बीजों के बीच थोड़ी दूरी रखें, जिससे पौधे की जड़ें अच्छे से फैल सकें और एक-दूसरे में उलझें नहीं.
सहारा देना
काली मिर्च की बेल होती है और इसे बढ़ने के लिए सहारे की जरूरत होती है. इसके लिए आप गमले में एक लकड़ी की छड़ी या कोई मजबूत सहारा डाल सकते हैं. बेल इस सहारे के साथ ऊपर की ओर बढ़ेगी, जिससे यह ज्यादा मजबूत और स्वस्थ बनेगी.
धूप और पानी
गमले को ऐसी जगह पर रखें जहाँ आंशिक धूप आती हो. काली मिर्च के पौधे को ज्यादा तेज धूप की जरूरत नहीं होती, इसलिए इसे हल्की छाया में रखें. नियमित रूप से मिट्टी को हल्का गीला रखें, लेकिन ध्यान रखें कि पानी की मात्रा अधिक न हो. मिट्टी में नमी बनाए रखना महत्वपूर्ण है, लेकिन पानी का जमाव जड़ों के लिए हानिकारक हो सकता है.
खाद और पोषण
पौधे को पोषण देने के लिए हर 30-40 दिनों में गमले में थोड़ी वर्मी कंपोस्ट या जैविक खाद डालें. इससे पौधे को जरूरी पोषक तत्व मिलते रहेंगे और यह तेजी से बढ़ेगा. जैविक खाद पौधे के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है क्योंकि यह मिट्टी की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाती है.
पौधे का अंकुरण और विकास
लगभग 2-3 सप्ताह के भीतर बीज अंकुरित होने लगते हैं और धीरे-धीरे यह पौधा बेल का रूप लेने लगता है. पौधे की पत्तियाँ और तने धीरे-धीरे फैलने लगते हैं और यह गमले में लगाए गए सहारे के साथ ऊपर की ओर बढ़ता है. सही देखभाल से पौधा जल्द ही मजबूत और स्वस्थ बनेगा.
ध्यान रखने योग्य बातें
- ज्यादा पानी देने से बचें, क्योंकि काली मिर्च के पौधे को जलभराव पसंद नहीं होता.
- मिट्टी में नियमित नमी बनाए रखें, लेकिन इसे सूखने न दें.
- यदि पौधे पर कीड़े या रोग दिखें, तो जैविक कीटनाशक का हल्का स्प्रे करें.
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