देश में पशुओं के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं. इसी कड़ी में अब उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा दिल्ली को कैटल फ्री कैपिटल बनाने की योजना पर काम रही है. इस योजना के तहत सड़कों पर घूमने वाली आवारा गाय व भैंसों पर फोकस किया जाएगा.
यानी आवारा गाय व भैंसों में माइक्रो चिप (Micro Chip) लगाई जाएगी, ताकि उसके मालिक का नाम और पते की जानाकरी मिल सके. बता दें कि इस योजना को लेकर दिल्ली सरकार (Delhi Government) के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय से भी सपंर्क किया जा चुका है.
आपको बता दें, कि उत्तरी निगम के सभी छह जोनों की सड़कों पर आवारा घूमने वाले मवेशियों की जानकारी मांगी गई थी. इस संबंध में पशु चिकित्सा विभाग ने कहा कि सड़कों पर घूमने वाली गाय व भैंस आवारा नहीं होते हैं, बल्कि उनके मालिक होते हैं. हालांकि, इसके लिए उन्होंने महत्वपूर्ण जानकारी की ज़रूरत है. ऐसे में सड़कों पर आवारा घूमने वाले आवारा गाय, भैंस व अन्य मवेशियों में माइक्रो चिप (Micro Chip) लगाने की ज़रूरत है.
चिप लगाने में खर्चा
आपको बता दें, कि सड़कों पर आवारा घूमने वाले मवेशियों में चिप लगाने में करीब 200 से 300 रुपए तक का खर्च आएगा. कई बार आवारा मवेशियों की वजह से सड़क दुर्घटनाएं होने लगी हैं. जिसका मुआवजा निगम को देना पड़ता है. ऐसे में अगर मवेशियों में माइक्रो चिप (Micro Chip) लग जाएगा, तो उससे उसके मालिक का पता चल पाएगा. इसके अलावा दुर्घटना के मामले में मालिक से जुर्माना वसूला जाएगा.
बता दें, कि दिल्ली को कैटल फ्री कैपिटल बनाने की योजना पर काफी तेज काम किया जा रहा है, बस इस योजना को हरी झंडी मिलने का इंतजार किया जा रहा है.
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