वर्त्तमान समय में हर कोई चाहता है कि वे अपना खुद का छोटा–मोटा बिजनेस करें. ऐसे में अगर आपकी दिलचस्पी पशुपालन में हैं तो बकरी पालन आपके लिए एक अच्छा कमाई का साधन बन सकता है. इसके लिए आपको ज्यादा निवेश और ज्यादा ज्ञान की भी जरुरत नहीं बस थोड़ा-थोड़ा पैसा निवेश कर के आप अपने इस व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं. तो आज हम अपने इस लेख में आपको बतायेंगे कि बकरी की ऐसी 2 नस्लें के बारे में जिनका पालन करके आप अच्छा खासा पैसा कम सकते हैं. तो आइये जानते हैं इन नस्लें के बारे में विस्तार से..
दुम्बा बकरी की नस्ल (Dumba goat breed)
यह नस्ल उत्तर प्रदेश में ज्यादा पाई जाती है. इसकी पूछें देखने में चक्की की पाट की तरह गोल होती है और इसका वजन भी भारी होता है. इसकी मांग ईद के समय काफी ज्यादा बढ़ जाती है.
यह नस्ल 7 महीने से लेकर 1 साल के बीच 9वें महीनें में बच्चा दे सकती है. इस नस्ल का शुरुआती 2 महीने का बच्चा 25 किलो का हो जाता है. यह देखने में भी काफी खूबसरत है. इसलिए इनकी बाजार में अच्छी कीमत मिल जाती है.
इसके बच्चे की कीमत 2 महीने में ही 30 हजार रुपए तक होती है. मगर जैसे ही 3 से 4 महीने होते हैं, इनकी कीमत 70 से 75 हजार रुपए तक पहुँच जाती है.
ओस्मानाबादी बकरी की नस्ल (Osmanabadi goat breed)
यह नस्ल महाराष्ट्र के ओस्मानाबादी जिले में पाई जाती है इसलिए इसका नाम ओस्मानाबादी बकरी रखा गया है. इसका उपयोग दूध और मांस उत्पादन दोनों के लिए होता है. यह बकरी कई प्रकार के रंगों में पाई जाती है. इसके प्रौढ़ नर बकरे का वजन लगभग 34 किलो और मादा बकरी का वजन 32 किलो ग्राम तक होता है. बकरी की यह नस्ल रोजाना 0.5 से 1.5 लीटर दूध देने में सक्षम होती है. यह बकरी हर किस्म का चारा खाती है. यह खट्टा, मीठा और कड़वा चारा भी चाव से खाती है.
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कहाँ से लें बकरी पालन के लिए ट्रेनिंग (Where to get training for goat farming)
इसके लिए केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (Central Goat Research Institute), मखदूम, फरह, मथुरा (उप्र) द्वारा बकरी पालन के लिए ट्रेनिंग (Goat Rearing Training) का आयोजन किया जाता है. इस राष्ट्रीय प्रशिक्षण को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि लोगों को बकरी पालन के प्रति जागरूक करना. इसके साथ ही उन्हें इसकी नई- नई तकनीकों के बारे में पता चल सके.
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