सही तरीके से खेती करके फसलोत्पादन तथा उत्पादकता में वृद्धि के लिए कृषक के पास उन्नत किस्म की बीज, रासायनिक खाद, कीटनाशक दवा तथा सिंचाई के लिए पानी की समुचित व्यवस्था के साथ उचित समय पर कृषि कार्य करने के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों का होना बहुत जरुरी है. आधुनिक कृषि यंत्रों से न केवल कृषि विकास दर को गति मिलता है. बल्कि किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूती भी मिलता है. आज के समय में सही तरीके से जुताई, बुवाई, सिंचाई, कटाई, मड़ाई एवं भंडारण आदि कृषि कार्य आधुनिक कृषि यंत्रों से करना ही संभव है. ऐसे में केंद्र व राज्य सरकार समय -समय पर अलग-अलग योजनाओं के अंतर्गत देश के किसानों को उनकी कैटेगरी के मुताबिक सब्सिडी मुहैया कराती रहती है जो आधुनिक कृषि यंत्र को खरीदने में असमर्थ हैं.
इसी कड़ी में नेडा ऐसे किसानों को सौर ऊर्जा से संचालित सोलर पंप पर 40 से 70 फीसद तक का अनुदान दे रहा है। पिछले वर्ष के मुकाबले सोलर पंप में किसानों के अंशदान में 50 फीसद तक की कमी आई है. दो एचपी डीसी व एसी सर्फेस पंप की मार्केट में कीमत 1,24420 रुपये है, जबकि किसानों को सिर्फ 37,326 रुपये ही भुगतान करना है। तीन एचपी डीसी व एसी सबमर्सिबल की मार्केट में कीमत 1,88,600 रुपये है, लेकिन किसान 56,580 रुपये भुगतान करके इसे अपने खेत में लगवा सकते हैं। पांच एचपी एसी सबमर्सिबल मार्केट में 2,43590 रुपये का है और किसानों को इसके लिए मात्र 1,46154 रुपये का भुगतान करना है। किसानों के अंशदान की नई दरें लागू हो गई हैं.
कैसे करें आवेदन
ऐसे किसान जो सोलर पंप या सबमर्सिबल लेना चाहते हैं वे नजदीकी सहकारी बीज विक्रय केंद्र या जिला कृषि अधिकारी कार्यालय के माध्यम से अपना पंजीकरण करा सकते हैं। उप कृषि निदेशक डॉ. सीपी श्रीवास्तव के मुताबिक पंजीयन के उपरांत किसानों को सोलर पंप के लिए प्रार्थना पत्र देना होगा। बोङ्क्षरग होने का प्रमाण पत्र, खतौनी, परिचय पत्र और किसान अंशदान का ड्राफ्ट भी लगाना होगा। किसान http://upagriculture.com/ या फिर टोल फ्री नंबर 18002001050 पर फोन करके निशुल्क पंजीयन करा सकते हैं।
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