भारत जैसे विशाल देश में विकास का सबसे अहम योगदान किसानों का है, जिसके कारण आज के समय में भारत दूसरे देशों में अनाज, फसल और सब्जियां आदि उत्पादों का निर्यात करता है.
कहीं ना कहीं इसका श्रेय किसान उत्पादक संगठन (Farm Producer Organisation) को भी जाता है, क्योंकि इसके जरिए ही किसानों को खेती करने के लिए कई बेहतरीन सुविधा और नई तकनीकों की मदद प्राप्त हुई है. तो आइए आज हम इस लेख में किसान उत्पादक संगठन (FPO) के बारे में विस्तार से जानते हैं कि किस तरह से यह कार्य करता है और क्या-क्या इसके लाभ है...
भारत में FPO क्या है ? (What are FPO in India?)
FPO किसानों के लिए बनाई गई एक उत्पादक संगठन है, जो किसान भाइयों की भलाई के लिए कार्य करती है और इसमें कंपनी एक्ट के अंतर्गत रजिस्टर्ड होता है. इसमें किसानों को आर्थिक तौर पर मदद की जाती है, लेकिन इस योजना में आपको तभी लाभ दिया जाता है, जब आप 11 किसानों को संगठित होकर अपनी एक खुद की कृषि कंपनी बनानी होगी. इसके बाद FPO के द्वारा किसान संगठनों को सरकार द्वारा वह सभी लाभ दिए जाएंगे, जो एक कंपनी को दिए जाते है. FPO में किसानों को राशि 3 सालों में दी जाती है. सरकार की इस योजना द्वारा देशभर में लगभग 10000 नए किसानों का संगठन बनाया जाएगा. इसमें संगठन की सभी जिम्मेदारियां किसान आपस में बांट लेते हैं. देखा जाए, तो भारत में छोटे और सीमांत किसानों की संख्या सबसे अधिक है. इन छोटे और सीमांत किसानों की खेत के लिए खाद, बीज, कीटनाशक, सिंचाई और कृषि उपकरणों आदि का खर्च भी इन संगठनों को उठाने पड़ते हैं.
क्या है एफपीओ के फायदे ? (What are the benefits of FPO?)
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FPO की मदद से किसानों को बाजार में बेहतर सौदेबाजी की शक्ति प्राप्त होगी.
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इससे किसानों को बहुलता में व्यापार करने से भंडारण और साथ हीपरिवहन पर होने वाले खर्च पर बचत होगी.
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एफपीओ की मदद से किसानों को ग्रीन हाउस, कृषि मशीनीकरण, शीत भंडारण आदि कार्यों में बेहतरीन सुविधाएं प्राप्त होगी.
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इसकी मदद से कस्टम केंद्र आदि कार्य को सरलता से शुरू कर सकेंगे और साथ ही अपने व्यापार का भी विस्तार करने में मदद मिलेगी.
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FPO के सदस्य होने से किसानों को आदनों और सेवाएं रियायती दरों पर प्राप्त होगी.
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इसके अलावा किसान संगठन को इसमें 3 साल में 15 लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
एफपीओ के लिए पात्रता मानदंड (Eligibility criteria of FPO)
अगर कोई भी किसान भाई अपने गांव के साथ आपसी तालमेल मिलाकर किसान उत्पादक संगठन (FPO) बनाना चाहता हैं, तो वह बहुत ही सरलता से बना सकता है. इसके लिए उन सभी किसानों को मिलकर अपने संगठन का नाम रखना होगा और कंपनी एक्ट के तहत रजिस्टर करवाना होगा.
ध्यान रहें कि संगठन को तैयार करने वाले सभी सदस्य भारतीय नागरिक होने चाहिए और सभी किसान वर्ग से भी होने चाहिए. इसके अलावा सभी सदस्यों के पास आवेदन करते समय आधार कार्ड, स्थायी प्रमाण पत्र, जमीनी दस्तावेज, बैंक खाता, पासपोर्ट साइज फोटो और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर जैसे जरूरी कागजात होने चाहिए.
ऐसे करें एफपीओ में आवेदन (What is FPO registration?)
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अगर आप भी FPO में रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते हैं, तो इसके लिए घर बैठे ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं. सबसे पहले आपको किसान उत्पादक संगठन योजना (Farmer Producer Organization) की आधिकारिक बेवसाइट पर जाना होगा.
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इसके बाद आपको साइट के FPO ऑप्शन पर क्लिक करना होगा.
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इसके बाद आपके सामने एक नया वेबपेज खुल जाएगा. जहां आपके सामने इस पेज में आवेदन की लिंक दी होगी.
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लिंक पर क्लिक करते ही स्क्रीन पर FPO आवेदन फॉर्म खुल जाएगा.
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जहां आपसे आपकी जरूरी जानकारी पूछी जाएगी.
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अंत में अपने सभी दस्तावेजों को अटैच करके सबमिट के बटन पर क्लिक करें.
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इस तरह से आप सरलता से FPO की आवेदन प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं.
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