जनता की सेवा के लिए सरकार हमेशा अलग-अलग पहल करती रहती है. लॉकडाउन 2021 के दौरान प्रवासी मजदूरों और राशन कार्ड धारकों को सरकार ने विशेष सहायता देने का ऐलान किया था. जिसको लेकर सरकार ने अपने वादों को पूरा करते हुए लोगों की सहायता की.
वहीं राज्य सरकारें भी अपनी तरफ से पूरी कोशिश करती नज़र आ रही है.वहीं उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने जनता की सेवा करते हुए एक बार फिर खुद को जनता का सेवक बताया है. आपको बता दें उत्तर प्रदेश के करोड़ों राशन कार्ड धारकों को योगी सरकार मुफ्त राशन की डबल डोज देने जा रही है. यूपी के लोगों को राशन दुकानों से दोगुना मुफ्त राशन मिलेगा. दरअसल, योगी सरकार के बाद केंद्र सरकार ने भी पीएमजीकेएवाई के तहत मुफ्त राशन वितरण अभियान को मार्च तक बढ़ा दिया है.
केंद्र सरकार के फैसले के बाद अब यूपी सरकार ने भी नियमों में बदलाव करते हुए पात्र कार्ड धारकों को हर महीने 10 किलो राशन मुफ्त देने का ऐलान किया है. केंद्र ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को मार्च 2022 तक बढ़ा दिया है. राशन कार्ड धारकों को महीने में दो बार गेहूं और चावल मुफ्त मिलेगा. दाल, खाद्य तेल और नमक भी मुफ्त दिया जाएगा. कोविड काल से चल रहे मुफ्त राशन वितरण के जरिए सरकार आर्थिक रूप से कमजोर गरीबों, मजदूरों को बड़ा सहारा देने की योजना पर काम कर रही है. महामारी के दौर में शुरू हुई प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना नवंबर में खत्म हो रही थी, इसको देखते हुए मुख्यमंत्री योगी ने 3 नवंबर को अयोध्या में राज्य सरकार की ओर से होली तक मुफ्त राशन वितरण की घोषणा की थी.
राज्य सरकार से मिली जानकारी के अनुसार, अंत्योदय राशन कार्डधारकों और पात्र परिवारों को दिसंबर से दोगुना राशन वितरण किया जाएगा. अंत्योदय अन्न योजना के तहत लगभग 1,30,07,969 इकाइयां और पात्र घरेलू कार्डधारकों की 13,41,77,983 इकाइयां प्रदेश में हैं. केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से कोरोना काल के दौरान जब लाखों की संख्या में लोग बेरोजगार और बेघर हो रहे थे. उस वक़्त देश की जनता और उनकी आर्थिक स्थिति को सँभालते हुए इस अभियान को शुरू किया था.
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शुरू हुए राशन वितरण में अप्रैल 2020 से अक्टूबर 2021 तक कुल 122 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न वितरित कर रिकार्ड कायम किया गया था. इसमें राज्य सरकार की ओर से अप्रैल 2020 से अगस्त 2021 तक 2339556.740 मीट्रिक टन अनाज वितरित किया गया जबकि पीएमजीकेएवाई के तहत अप्रैल 2020 से अक्टूबर 2021 तक 9853889.085 मीट्रिक टन राशन बांटा गया था.
प्रदेश सरकार कोरोना काल में गरीब और बेसहारा लोगों का बड़ा संबल बनी है. प्रदेश सरकार ने 80 हजार कोटेदारों के माध्यम से राशन वितरण अभियान को हर गरीब व बेसहारा लोगों तक पहुंचाने का काम किया है.
आपको बता दें महामारी के पहले लहर के दौरान जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन का ऐलान किया था तब जनता की स्थिति ऐसी हो गयी थी की ना तो उनके पास नौकरी बची थी और ना ही रहने को छत. प्रवासी मजदूर मजबूर हो चुके थे अपने-अपने गृह राज्य लौटने को. ऐसे में जरुरी था की उनके राज्य सरकार अपनी और से उनकी तरफ मदद का हाथ बढ़ाएं. इसमें केंद्र सरकार की मदद करते नजर आए योगी आदित्यनाथ और अन्य राज्य सरकारें.
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