छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार (Bhupesh Government) द्वारा मत्स्य पालन को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है. मौजूदा समय में मछुआरों और मत्स्य पालकों को कई सुविधाएं मिल रही हैं. देशभर में छत्तीसगढ़ मछली उत्पादन के क्षेत्र में 8 वें स्थान पर है.
छत्तीसगढ़ में मत्स्य पालन की बात करें, तो इसके लिए मुफ्त पानी भी सुविधा मिल रही है. इसके साथ ही शून्य प्रतिशत ब्याज पर लोन भी मिलता है.
इससे पहले 1 प्रतिशत ब्याज दर के साथ लोन दिया जाता था, जबकि 3 लाख रुपए तक 3 प्रतिशत ब्याज दर में मिलता था. हालांकि, 20 जुलाई को एक बैठक हुई, जिसमें राज्य के मछुआरों और मत्स्य कृषकों को कई सहूलियतें दी गईं.
कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मत्स्य पालन करने वालों के लिए कई योजनाएं संचालित की गई हैं, ताकि उनकी आमदनी में बढ़ोत्तरी हो सके. इन योजनाओं से उन्हें काफी लाभ भी मिल रहा है. इस क्रम में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाई जा रही मत्स्य विकास पुरस्कार योजना का नाम भी शामिल है. इस योजना के जरिए मत्स्य पालन के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. आइए आपको इस योजना से जुड़ी जानकारी देते हैं.
क्या है मत्स्य विकास पुरस्कार योजना (What is Matsya Vikas Puraskar Yojana)
यह योजना छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लागू की गई है. इसके तहत मत्स्य पालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मत्स्य पालक, समूह, संस्था या संगठन को पुरस्कार दिया जाएगा. इस योजना का लाभ उठाने के लिए जरूरी है कि आपने एक वित्त वर्ष में मत्स्य क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया हो, साथ ही कुछ नया कार्य किया हो.
मछली पालकों को मिलता है पुरस्कार (Fish farmers got reward)
छत्तीसगढ़ सरकार मछली पालन करने वालों के लिए श्रीमती बिलासाबाई केंवटीन मत्स्य विकास पुरस्कार योजना लेकर आई है. इस योजना में भाग लेकर आप 1 लाख रुपए का पुरस्कार जीत सकते हैं. छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा योजना के लिए आवेदन पत्र भी आमंत्रित किए गए हैं. इस योजना का मकसद मत्स्य पालन क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले को पुरस्कार देना है.
मत्स्य विकास पुरस्कार योजना के लिए पात्रता व शर्तें (Eligibility and Conditions for Matsya Vikas Puraskar Scheme)
इस योजना के लिए छत्तीसगढ़ का कोई भी मत्स्य पालक, मत्स्य कृषक, सहकारी संस्थाएं और अशासकीय संगठन आवेदन कर सकता है. मगर मत्स्य पालक या संस्था द्वारा 1 अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 के बीच उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया है. इसके अलावा मत्स्य बीज उत्पादन एवं संवर्धन, मत्स्य उत्पादन (न्यूनतम 3000 किलोग्राम/हेक्टेयर), मत्स्य पालन के लिए अतिरिक्त जल क्षेत्र का विकास, विलुप्त होने वाले मछलियों की प्रजातियों का संरक्षण एवं बीमारियों की रोकथाम के लिए अनुसंधान कार्य करने वालों को पुरस्कार दिया जाएगा.
इसके अलावा मत्स्य पालन क्षेत्र में नवीं अनुसंधान कार्यों पर, मत्स्य उत्पादकता वृद्धि के लिए नई तकनीक का उपयोग करने वालो को पुरस्कार दिया जाएगा.
मत्स्य विकास पुरस्कार के आवेदन की तारीख (Date of Application of Matsya Vikas Puraskar)
इस समय श्रीमती बिलासाबाई केंवटीन मत्स्य विकास पुरस्कार योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है. इस योजना के लिए आवेदन राज्य के मछली पालन विभाग द्वारा आमंत्रित किए गए हैं. आप 31 अगस्त 2021 तक आवेदन कर सकते हैं.
मत्स्य विकास पुरस्कार योजना के लिए आवेदन (Application for Matsya Vikas Puraskar Scheme)
अगर आप इस योजना के तहत पुरस्कार पाने के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आप जिला स्तर पर मछली पालन विभाग के जिला कार्यालय से आवेदन–पत्र निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं. ध्यान रहे कि आपको आवेदन करते समय फोटो या वीडियो जरूर जमा करनी है. इसके आधार पर ही मूल्यांकन किया जाएगा.
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें (For More Information Contact)
अगर आप इस पुरस्कार से जुड़ी अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो जिला स्तर पर पदस्थ मत्स्य विभाग के अधिकारी, विकासखंड स्तर पर मत्स्य निरीक्षक, सहायक मत्स्य अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा, अपने जिले के संयुक्त संचालक मछली पालन, उप संचालक मछली पालन और सहायक संचालक मछली पालन के पास आवेदन जमा कर सकते हैं.
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