हमारे देश में टैलेंट की कोई कमी नहीं है. बस लोगों को अपने टैलेंट को पहचाना आना चाहिए और साथ ही मेहनत के रास्ते पर चलना आना चाहिए. कहते हैं ना, जो व्यक्ति मेहनत करता हैकिस्मत भी उसी का साथ देती है. आज हम आपको ऐसी ही एक कहानी के बारे में सुनाने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने अंदर की खेती के हुनर को पहचानएक सफल किसान बन गए हैं.
कृषि विज्ञान में परास्नातक पति और परास्नातक व बीएड पत्नी ने खेती में कुछ नया करने की सोच से उन्होंने अपनी घर की छत पर ही गन्ने की नई किस्म को उगा दिया. यह अपनी नई विधि के द्वारा घर पर गन्ने की तीन नई किस्मों की नर्सरी को तैयार कर रहे हैं. उनका यह भी कहना है कि अगले महीने तक वह इनकी रोपाई का परीक्षण करेंगे. परीक्षण सफल होने पर यह बीज बाजार में 500 से 700 रुपए क्विंटल तक बिकेगा, जिससे किसान को काफी लाभ होगा.
आपको बता दें कि सेहरा गांव के रहने वाले जयवीर सिंह और उनकी पत्नी ममतेश कई सालों से खेती करते आ रहे हैं. ये ही नहीं जयवीर सिंह दो बार जिला स्तर पर सबसे अधिक गन्ना उत्पादन के लिए सम्मानित किए जा चुके हैं. वहीं उनके भाई धर्मेंद्र सिंह को भी प्रदेश स्तर पर गन्ना उत्पादन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सम्मानित हो चुके हैं.
गन्ने की नई प्रजाति (new species of sugarcane)
किसान जयवीर सिंह ने बताया कि गन्ने की 038 किस्म देशभर में बेहद लोकप्रिय है, जिसमें से प्रदेश में तीन से चार नई किस्में आई हैं और वहीं करनाल में 15023, शाहजहांपुर ने 13235 और वहीं लखनऊ विज्ञान केंद्र ने 14201 नई प्रजाति को शामिल किया है.
सिंगल बड चिप विधि (Single Bud Chip Method)
सिंगल बड चिप विधि के द्वारा किसान गन्ने से कण फूटने वाली जगहां को काटकर उसके एक से डेढ़ इंच लंबे टुकड़े बनाएं. ध्यान रहें कि, बड कटर से एक आंख के टुकड़ों को कार्बेंडाजिम के घोल में पोट ट्रे में कोकोपिट के मिश्रण के साथ लगाए.
सिंगल बड चिप की इस विधि में लागत बहुत कम लगती है और इसे कम जगह पर भी आसानी से लगाया जा सकता है. इसी विधि के द्वारा आप हर साल एक अच्छी कमाई आसानी से कर सकते हैं.
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