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जानें मिट्टी परीक्षण के लिए नमूना लेने की प्रक्रिया और सावधानियां

मिट्टी की उत्पादन क्षमता उसकी उर्वरा शक्ति पर निर्भर करती है. पौधे अपने विकास और बढ़वार के लिए आवश्यक पोषक तत्व मिट्टी से प्राप्त करते हैं. उपज प्राप्त करने का लक्ष्य जितना बड़ा होगा इन तत्वों की उतनी ही सन्तुलित मात्रा की आवश्यकता होती है. मिट्टी में इन तत्वों की मात्रा सही अनुपात में होने पर अच्छी उपज प्राप्त की जा सकती है.

हेमन्त वर्मा

मिट्टी की उत्पादन क्षमता उसकी उर्वरा शक्ति पर निर्भर करती है. पौधे अपने विकास और बढ़वार के लिए आवश्यक पोषक तत्व मिट्टी से प्राप्त करते हैं. उपज प्राप्त करने का लक्ष्य जितना बड़ा होगा इन तत्वों की उतनी ही सन्तुलित मात्रा की आवश्यकता होती है. मिट्टी में इन तत्वों की मात्रा सही अनुपात में होने पर अच्छी उपज प्राप्त की जा सकती है.

मिट्टी परीक्षण के लिए नमूना लेने की प्रक्रिया

  • मिट्टी का नमूना कुछ इस प्रकार लेना चाहिए कि वह उस पूरे क्षेत्र या खेत का प्रतिनिधित्व करे, इसके लिए कम से कम 500 ग्राम नमूना अवश्य लेना चाहिए.

  • मिट्टी की ऊपरी सतह से कार्बनिक पदार्थों जैसे टहनियाँ, सुखी पत्तिया, डण्ठल एवं घास आदि को हटाकर खेत के क्षेत्र के अनुसार 8-10 स्थानों का नमूना लेने हेतु चुनाव करना चाहिए.

  • चयनित स्थानों पर उथली जड़ वाली फसल में 10-15 सेमी तथा गहरी जड़ वाली फसल में 25-30 सेमी की गहराई तक अंग्रेजी के V आकार का गड्ढा बनाएं.

  • इसके बाद पूरी गहराई तक मिट्टी की एक इंच मोटी एक समान परत काट कर साफ बाल्टी या तगारी में एकत्रित कर लें.

  • इसी प्रकार अन्य चयनित स्थानों से भी नमूने एकत्रित करें और इसके मिश्रण को चार भाग में बाँट लें.

  • इन चार भागों के आमने सामने के एक एक भाग को बाहर कर दें तथा बचे हुए हिस्से का ढेर बना कर फिर से वही प्रक्रिया दोहरायें जब तक आधा किलो मिट्टी का नमूना न बच जाए.

  • मिट्टी के इस नमूने को एकत्रित कर पॉलीथीन में डाल कर लेबलिंग कर लें.

  • लेबलिंग में किसान का नाम, खेत की अवस्थिति, मिट्टी का नमूना लेने की तारीख़ तथा पिछली, वर्तमान और आगे बोने वाली फसल का नाम लिख दें.

मिट्टी परीक्षण हेतु नमूना लेते वक्त रखें इन बातों का ध्यान

  • पेड़ के नीचे, मेड से, निचले स्थानों से, जहां खाद का ढेर हो, जहां पानी इकट्ठा होता हो आदि स्थानों से नमूना नहीं लें. 

  • मिट्टी परीक्षण के लिए नमूना इस तरीके से लें कि वह स्थान पूरे खेत का प्रतिनिधित्व करता हो, इसके लिए कम से कम 500 ग्राम नमूना अवश्य लेना चाहिए.

  • मिट्टी की ऊपरी सतह से कार्बनिक पदार्थों जैसे टहनियाँ, सुखी पत्तिया, डण्ठल एवं घास आदि को हटाकर खेत के क्षेत्र के अनुसार 8-10 स्थानों का नमूना लेने हेतु चुनाव करें.

  • चयनित स्थानों पर लगाई जाने वाली फसल के जड़ की गहराई जितनी गहराई से ही मिट्टी का नमूना लेना चाहिए.

  • मिट्टी का नमूना किसी साफ बाल्टी या तगारी में एकत्रित करना चाहिए.

  • मिट्टी के इस नमूने को लेबलिंग ज़रूर कर लें.

English Summary: Sampling procedure for soil testing and precautions Published on: 24 October 2020, 05:45 PM IST

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