लेमन यानी नींबू (Lemon) एक महत्वपूर्ण फल फसल है. भारत में 8608 हजार मीट्रिक टन वार्षिक उत्पादन के साथ लगभग 923 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में नींबू की खेती (Nimbu ki Kheti) की जाती है. यदि आप भी इसकी खेती कर मुनाफा कमाना (Lemon Farming Business Profit) चाहते हैं तो इस लेख को आखिरी तक जरूर पढ़ें.
नींबू की खेती के लिए मिट्टी (Soil for Lemon Cultivation)
Nimbu को सभी प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है. अच्छी जल निकासी वाली हल्की मिट्टी इसकी खेती के लिए उपयुक्त होती है. मिट्टी की पीएच रेंज 5.5-7.5 होनी चाहिए. वे थोड़ी क्षारीय और अम्लीय मिट्टी में भी बढ़ सकते हैं. नींबू की खेती के लिए हल्की दोमट अच्छी जल निकास वाली मिट्टी सबसे अच्छी होती है.
नींबू की लोकप्रिय किस्में (Popular varieties of lemon)
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पंजाब बारामसी
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यूरेका
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पंजाब गलगल
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पीएयू बारामसी
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पीएयू बारामसी-1
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रसराज
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लिस्बन नींबू
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लखनऊ बीजरहित
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पंत नींबू
नींबू की खेती के लिए भूमि की तैयारी (Land preparation for lemon cultivation)
नींबू की खेती (Lemon Farming) करते समय भूमि की जुताई, क्रॉस जुताई और उसे ठीक से समतल करना चाहिए. पहाड़ी क्षेत्रों में ढलानों की जगह छतों पर इसका रोपण किया जाता है.
नींबू की खेती के लिए बुवाई का समय (Sowing time for lemon cultivation)
Nimbu रोपण के लिए सबसे अच्छा मौसम जुलाई-अगस्त है.
नींबू की खेती के साथ इंटरक्रॉपिंग (Intercropping with lemon cultivation)
यदि आप नींबू के साथ इंटरक्रॉपिंग की सोच रहे हैं तो उसके लिए बेहतर फसलें लोबिया और फ्रेंच बीन्स हैं जो शुरुआती दो से तीन वर्षों में की जा सकती है.
नींबू की खेती की बुवाई, गहराई व अंतर (Sowing, depth and spacing of lemon cultivation)
नींबू के पौधों के बीच की दूरी 4.5×4.5 के बीच रखनी चाहिए. रोपण के लिए 60×60×60 सेमी आकार के गड्ढे खोदे जाने चाहिए. फिर रोपण करते समय गड्ढों में 10 किग्रा फार्मयार्ड खाद और 500 ग्राम सिंगल सुपरफॉस्फेट डालना चाहिए.
नींबू की खेती के लिए उर्वरक की आवश्यकता (Fertilizer requirement for lemon cultivation)
जब Lemon फसल की उम्र 1-3 वर्ष हो जाए तो गाय का गोबर (Cow Dung) 5-20 किलो प्रति पेड़ और यूरिया (Urea) 100-300 ग्राम प्रति पेड़ डालें. 4-6 साल की फसल के लिए, अच्छी तरह सड़ी हुई गाय का गोबर 25-50 किलो और यूरिया 100-300 ग्राम प्रति पेड़ पर डालें. 7-9 साल की फसल के लिए यूरिया 600-800 ग्राम प्रति पेड़ और अच्छी तरह सड़ी गाय का गोबर 60-90 किलो प्रति पेड़ लगाएं. जब फसल 10 वर्ष या उससे अधिक की हो तो प्रति पेड़ गाय का गोबर 100 किग्रा या यूरिया 800-1600 ग्राम डालें.
गोबर (Cow Dung) की पूरी मात्रा दिसंबर माह में और यूरिया (Urea) को दो भागों में डालें. यूरिया की पहली खुराक फरवरी में और दूसरी खुराक अप्रैल-मई महीने में डालें. यूरिया की पहली खुराक देते समय एसएसपी उर्वरक की पूरी खुराक डालें.
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